चौथा टेस्ट: संकट मोचक बने पंत, शतक ठोंककर टीम इंडिया को दिलाई बड़ी बढ़त
अहमदाबाद: विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (101) के भारतीय जमीन पर अपना पहला और अपना तीसरा शतक जमाते हुए भारत को इंग्लैंड के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट मैच के दूसरे दिन शुक्रवार को नाजुक स्थिति से उबार कर 89 रन की बड़ी बढ़त दिला दी है|
पंत ने वॉशिंगटन सुंदर (नाबाद 60) के साथ छठे विकेट के लिए 113 रन की बेशकीमती साझेदारी कर भारत काे इस मुकाबले में ड्राइवर सीट पर पहुंचा दिया। पंत ने 118 गेंदों पर 101 रन में 13 चौके और 2 छक्के लगाए। यह उनका तीसरा शतक था, जबकि भारतीय जमीन पर यह उनका पहला शतक था। पंत ने इंग्लैंड के कप्तान जो रुट की गेंद पर छक्का मार कर अपना शतक पूरा किया, हालांकि शतक पूरा करने के बाद वह तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन की गेंद पर रुट को कैच दे बैठे।
पंत के पिछले कुछ मैचों में नाइटीज में पहुंचने के बावजूद शतक पूरा नहीं कर पा रहे थे, लेकिन इस बार उन्होंने नाइटीज में कुछ नर्वनसनेस दिखाने के बावजूद आखिर रुट की गेंद पर शानदार छक्का लगाते हुए शतक पूरा कर डाला। पंत ने ऑस्ट्रेलिया दौरे में 97, नाबाद 89 और 91 रन की पारियां खेली थी। पंत ने जैसे ही अपना शतक पूरा किया, उन्होंने अपना हेल्मेट निकाल कर आसमान की तरफ देखते हुए ईश्वर को धन्यवाद दिया और साथ ही दर्शकों का अभिवादन किया। पवेलियन में टीम साथियों ने तालियां बजाते हुए इस युवा बल्लेबाज की अभूतपूर्व पारी का स्वागत किया।
उनके इस शतक ने भारत को पांच विकेट पर 146 रन की नाजुक स्थिति से उबार दिया। पंत को सुंदर से अच्छा सहयोग मिला, जिन्होंने 117 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से नाबाद 60 रन बना लिए हैं। सुंदर ने अक्षर पटेल के साथ आठवें विकेट की अविजित साझेदारी में 35 रन जोड़ डाले हैं। पटेल स्टंप्स पर 11 रन बनाकर क्रीज पर हैं।
ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर ने अपने चयन को सही साबित करते हुए बेशकीमती अर्धशतकीय पारी खेली। उन्होंने पंत का ऐसे समय साथ दिया जब भारतीय पारी पांच विकेट गंवा कर लड़ाखड़ा रही थी और ऐसा लग रहा था कि वह इंग्लैंड के 205 के स्कोर पर नहीं पहुंच पाएगी, लेकिन दोनों बल्लेबाजों ने संयम और दृढ़ता दिखाते हुए न केवल इंग्लैंड के गेंदबाजों को हर्षाेत्साहित किया, बल्कि भारत को बढ़त भी दिला दी।
इससे पहले भारत ने आज एक विकेट पर 24 रन से अपनी पारी शुरू की। 24 रन से आगे खेलते हुए रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा महज 16 रन और जोड़ पाए। 40 रन के स्कोर पर पुजारा के रूप में भारत का दूसरा विकेट गिरा। लेफ्ट आर्म स्पिनर जैक लीच ने पुजारा को 17 रन पर पगबाधा कर आउट किया। पुजारा 66 गेंदों में 17 रन बनाये। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए कप्तान विराट कोहली खाता खोले बिना तुरंत पवेलियन रवाना हो गए। मध्यम तेज गेंदबाज बेन स्टोक्स ने विराट को विकेटकीपर बेन फोक्स के हाथों कैच करा कर शून्य पर आउट किया।
स्टोक्स की उठती हुई गेंद पर विराट के दस्ताने को छूती हुई विकेटकीपर के हाथों में चली गई। विराट ने मैच की पूर्वसंध्या पर डिफेंस को लेकर काफी बात की थी, लेकिन इस गेंद पर उन्होंने ढीला डिफेंस दिखाया और अपना विकेट गंवा बैठे। विराट का आउट होना था कि स्टेडियम में सन्नाटा छा गया। विराट तीसरे विकेट के रूप में 27वें ओवर में टीम के 41 के स्कोर पर आउट हुए।
अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने भी दूसरे दिन अपना खाता खोला और उप कप्तान अजिंक्या रहाणे को 27 रन पर आउट कर दिया। 80 के स्कोर पर भारत का यह चौथा विकेट था। रहाणे ने 45 गेंदों में 27 रन बनाये।
दिन के खेल में अगर कोई भारतीय बल्लेबाज विश्वास के साथ खेलता दिखाई दे रहा था तो वह ओपनर रोहित शर्मा थे। उन्होंने ही सुबह से भारतीय पारी को चलायमान रखा था। रोहित ने सुबह आठ रन से आगे खेलना शुरू किया और पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 40 रन की साझेदारी की। उन्होंने रहाणे के साथ चौथे विकेट के लिए 39 रन जोड़े और फिर पंत के साथ पांचवें विकेट के लिए 41 रन की साझेदारी की।
अच्छे फार्म में खेल रहे रोहित को स्टोक्स ने पगबाधा कर अर्धशतक से वंचित कर दिया। रोहित ने 144 गेंदों पर 49 रन में सात चौके लगाए। रोहित का विकेट 121 के स्कोर पर गिरा। रविचंद्रन अश्विन 13 रन बना कर जैक लीच का शिकार बने। अश्विन का विकेट टीम के 146 के स्कोर पर गिरा और इसके कुछ देर बाद ही चायकाल भी हो गया। चायकाल के बाद पंत मैदान में छाए रहे और नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पहला शतक बनाने का गौरव अपने नाम कर लिया।