लखनऊ:
वर्तमान युग चुनौतियों का है और इस युग में भी यूनानी चिकित्सा में अनेकों अवसर हैं, इन अवसरों का लाभ उठाने और खुद को स्थापित करने के लिए अच्छे इरादे, लक्ष्य निर्धारण, स्थिरता एवं स्वतंत्रता तथा धैर्य बहुत महत्वपूर्ण हैं, उपरोक्त विचार व्यक्त गत 11/नवंबर से सत्र 2024 में प्रवेशित छात्रों हेतु इरम यूनानी मेडिकल कॉलेज, लखनऊ में एनसीआईएसएम के निर्देशशानुसार जारी आज सातवें दिन डॉक्टर वारिस अली (इल्मुल सैदला विभाग) की देख रेख में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित प्रोफेसर मुहम्मद अनवर सिद्दीकी (पूर्व अध्यक्ष, इलाज बिल तदबीर विभाग, अजमल खान यूनानी मेडिकल कॉलेज, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़) ने व्यक्त किए.

अतिथि महोदय ने विद्यार्थियों से अपने संबोधन में उदाहरण सहित अपने विचारों को साझा करते हुए आगे कहा कि सबसे पहले आप अपने अंदर की निराशा भाव को ख़त्म करें उसके बाद आप को यूनानी चिकित्सा के क्षेत्र में अनेकों अवसर मिलेंगे, इसके अलावा, उन्होंने यूनानी चिकित्सा पद्धति और इसके अभ्यास के कल्याण हेतु कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण सुझाव दिए। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि इरम यूनानी मेडिकल कॉलेज भारत के अग्रणी यूनानी कॉलेजों में से एक है और आशा है कि यह चिकित्सा क्षेत्र में भी अपनी छाप छोड़ेगा।

मुख्य अतिथि के व्याख्यान से पहले कॉलेज के प्राचार्य प्रोo अब्दुल हलीम कासमी ने उन्हें शॉल और मोमेंटो भेंट कर धन्यवाद दिया। ज्ञात हो कि आज के प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉo शीमा अजीम, डॉo शाहिद सुहैल, डॉo अंबर सिद्दीक़ी एवं डॉक्टर सईदुर्रहमान ने भी विभिन्न निर्धारित विषयों पर व्याख्यान दिए।