उत्तर प्रदेश भीषण गर्मी और लू की चपेट में है. बीते 24 घंटे में लू के चपेट में आकर 81 लोगों की मौत हो चुकी है. सैकड़ों लोग अस्पतालों में भर्ती हैं. डर के मारे लोग घरों से बाहर निकलने से घबरा रहे हैं. यूपी के कई जिलों में हालात ये हो गए हैं कि दिन में बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. सड़कों पर चहल-पहल दिखाई नहीं दे रही है. कई ज़िलों में व्यापारियों ने सुबह 11 से शाम 5 बजे तक लॉकडाउन लगाने तक की मांग कर दी है.

बागपत जिले में अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने एक पत्र जिलाधिकारी बागपत के नाम लिखा है. पत्र में भीषण गर्मी का हवाला देते हुए दिन में 11 बजे से शाम 5 बजे तक लॉकडाउन लगाने की मांग की गई है. व्यापार मंडल के पदाधिकारी और व्यपारियों का कहना है कि पहले ही हमारा सबका व्यापार ठप हो चुका है. बढ़ती महंगाई और ऑनलाइन शॉपिंग तो थी ही, साथ ही अब भीषण गर्मी के कारण भी लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं.

सुबह 10-11 बजे तक ही लोग बाजारों से सामान खरीद लेते हैं. इसके बाद पूरा दिन और शाम तक व्यापारियों को मजबूरीवश अपनी दुकानों पर बैठे रहना पड़ता है. इस बीच कोई भी ग्राहक उनकी दुकान पर सामान खरीदने नहीं आता. साथ ही इस बढ़ती गर्मी से रोजाना नई-नई बीमारियां भी बढ़ रही हैं और लोग हॉस्पिटल में भर्ती हो रहे हैं. इसीलिए उन्होंने ये निर्णय लिया है कि इससे तो अच्छा है कि सरकार या जिला प्रशासन व्यापारियों के हितों में उनकी सुरक्षा के लिए ये कदम उठाए और लॉकडाउन या डे कर्फ्यू लगाए. इससे व्यापारी भी हीटवेव के बढ़ते प्रकोप से बच सकेंगे.

उत्तर भारत के कई राज्य, जिसमें दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड इस समय भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं. उत्तर प्रदेश की बात करें तो अभी दो दिन पहले प्रयागराज जिला देश में सबसे गर्म रहा. यहां तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. वहीं बीते 24 घंटे में 81 लोगों की लू की चपेट में आने से मौत हो गई. सबसे अधिक मौतें कानपुर जिले में हुईं. यहां हीटवेव से 11 लोगों की जान चली गई. वहीं दूसरे नंबर पर कानपुर से सटा फतेहपुर जिला रहा. यहां 12 लोगों की मौत लू से हुई.