‘बीटिंग रिट्रीट’ सेरेमनी से फिर हटाया गया राष्ट्रपिता का मनपसंद ईसाई भजन
टीम इंस्टेंटखबर
अमर जवान ज्योति का विवाद अभी थमा भी नहीं था कि केंद्र की मोदी सरकार ने 29 जनवरी को बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी में बजाई जाने वाली धुनों की लिस्ट से इस साल राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की पसंदीदा धुन ‘अबाइड विद मी’ को एक बार फिर हटा दिया है. भारतीय सेना द्वारा बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी के जारी किए और मीडिया के साथ साझा किए गए शेड्यूल में यह ईसाई भजन शामिल नहीं है
बता दें कि ‘अबाइड विद मी’ गीत महात्मा गांधी की पसंदीदा धुन के तौर पर जाना जाता है. यह धुन साल 1950 से लगातार, बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में बजाई जा रही है. इससे पहले भी मोदी सरकार ने 2020 में इस धुन को बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी से हटाया था, लेकिन इस पर काफी विवाद हुआ, जिसके चलते 2021 में इसे फिर से शामिल कर लिया गया था.
हर साल 29 जनवरी को बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी की जाती है. यह गणतंत्र दिवस समारोह के समापन का प्रतीक होती है. सूरज डूबने के समय राजपथ पर मिलिट्री बैंड परफॉर्म करते हैं. इसमें भारतीय सेना, नेवी और एयरफोर्स के बैंड्स हिस्सा लेते हैं.
इस साल बजाई जाने वाली धुनों में बाकी मिलिट्री गीतों के अलावा, लता मंगेशकर का गया गीत ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ को भी शामिल किया गया है. इसके बाद इकबाल के लिखे गीत ‘सारे जहां से अच्छा’ को शामिल किया गया है, जिसे समारोह की आखिरी धुन के तौर पर बजाया जाएगा.