बंगाल में आठ चरणों में होगा चुनाव, पहला राउंड 27 मार्च को, नतीजे 2 मई को
- चुनाव आयोग ने पांच राज्यों की विधानसभा चुनावी तारीखों का किया एलान
- तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में एक चरण में होगी पोलिंग
- असम में मतदान के चलेंगे तीन दौर, पहला राउण्ड 27 मार्च को
नई दिल्ली: तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, असम और पुदुच्चेरी के विधानसभा के लिए चुनावी तारीखों का ऐलान हो गया है। शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा है कि चुनावों के दौरान कोरोना की गाइडलाइन्स का पूरी तरह पालन किया जाएगा। उन्होंने इस दौरान कोरोना के योद्धाओं को सलाम भी किया। उन्होंने कहा कि सभी चुनाव कोरोना को ध्यान में रखते हुए कराया जाएगा।
18.6 करोड़ मतदाता करेंगे मतदान
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि कोविड के कारण चुनाव कराना बहुत मुश्किल है। 5 राज्यों के 824 विधानसभा क्षेत्र में 18.6 करोड़ मतदाता 2.7 लाख बूथ पर मतदान करेंगे। कोरोना को ध्यान रखते हुए चुनाव होंगे। चुनावी राज्यों की सरगर्मियां शुरू हो गई। आयोग ने कहा कि पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में मतदान होगा। असम में तीन चरण में चुनाव होंगे। तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में एक चरण में मतदान कराया जाएगा। सभी राज्य में एक साथ मतगणना की जाएगी।
बंगाल पर सबकी निगाहें
इस साल होने वाले चुनावों में सबसे ज्यादा चर्चा पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की हो रही है। यहां पर कुल विधानसभा सीट 294 हैं। पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में मतदान होगा। बंगाल में 27 मार्च को पहले चरण में मतदान होगा। दूसरे चरण में 1 अप्रैल को मतदान होगा। 6 अप्रैल को तीसरे चरण का मतदान, 10 अप्रैल को चौथे चरण का मतदान, 17 अप्रैल को पांचवें चरण का मतदान, 22 अप्रैल को छठे चरण का मतदान, सातवें चरण का मतदान 26 और अंतिम चरण का मतदान अप्रैल 29 का होगा। 2 मई को नतीजे आएंगे।
इन राज्यों में एक ही चरण
तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 6 अप्रैल को एक ही चरण में होंगे, 2 मई को मतगणना की जाएगी। केरल में 6 अप्रैल को चुनाव होगा। 2 मई को मतगणना की जाएगी। पुडुचेरी विधानसभा चुनाव 6 अप्रैल को एक ही चरण में होंगे, 2 मई को मतगणना की जाएगी।
असम में होगा तीन चरणों का मतदान
असम विधानसभा चुनाव तीन चरण में होगा। प्रथम चरण का मतदान- 27 मार्च, दूसरे चरण के लिए वोटिंग 1 अप्रैल और तीसरे चरण के लिए 6 अप्रैल को वोटिंग होगी। मतगणना की तारीख 2 मई है।
कोरोना बड़ी चुनौती
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि हमारे लिए मतदाताओं को सुरक्षित, मजबूत और जागरूक रखना सबसे बड़ा काम है। हमने कोरोना दौर में राज्यसभा की 18 सीटों के लिए चुनाव की शुरुआत की। फिर बिहार चुनाव कराया। अब ये पांच विधान सभा चुनाव ज्यादा चुनौती भरे हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव के दौरान कई कर्मचारी और अधिकारी तो कोविड संक्रमण की चपेट में आए, ठीक हुए और फिर चुनावी ड्यूटी निभाई। हमने ऐसे कई कोरोना वीरों को राष्ट्रपति से पुरस्कार दिलाया उनका सम्मान किया।