TMC की चिट्ठी को चुनाव आयोग ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण, आरोपों से इंकार
नई दिल्ली: चुनाव आय़ोग ने नंदीग्राम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लगी चोट के मामले तृणमूल कांग्रेस के पत्र को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि यह चिट्ठी आक्षेपों और आरोपों से भरी हुई थी. आयोग ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी और इसकी फौरी तौर पर जांच किए जाने की जरूरत है.
TMC के आरोपों को बताया ग़लत
चुनाव आयोग ने कहा कि यह कहना पूरी तरह गलत है कि चुनाव कराने के नाम पर निर्वाचन संस्थान ने कानून-व्यवस्था की मशीनरी को पूरी तरह हाथों में ले लिया है और सरकार के पूरे ढांचे को नियंत्रण में ले लिया है.
चिट्ठी में बताया पूरा घटनाक्रम
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बुधवार की शाम नंदीग्राम में हुए कथित हमले के बाद टीएमसी सांसद डेरेक-ओ-ब्रायन और दो अन्य नेताओं के हस्ताक्षर की एक चिट्ठी बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी को सौंपी गई थी. इसमें तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने मुख्यमंत्री पर हुए हमले का पूरा घटनाक्रम बताया गया है.
आरोपी पर कार्रवाई की मांग
टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने वहा कि जो कोई भी मुख्यमंत्री पर हुए हमले के लिए जिम्मेदार है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने सवाल उठाया कि जेड प्लस सुरक्षा में होने के बावजूद एक मुख्यमंत्री और चुनाव प्रत्याशी पर हमला कैसे हुआ. उन्होंने कहा कि दीदी देश की अकेली महिला मुख्यमंत्री हैं.
टीएमसी ने क्या लगाया आरोप
टीएमसी ने चिट्ठी में आरोप लगाया था कि बंगाल में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव के बहाने 9 मार्च को चुनाव आयोग ने पुलिस महानिदेशक (DGP) को हटाया.अगले ही दिन 10 मार्च को बीजेपी के एक सांसद ने शाम 5 बजे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि आप समझ जाएंगे शाम को क्या होने वाला है और फिर शाम 6 बजे नंदीग्राम में ममता बनर्जी के साथ यह हादसा हो गया.