साप्ताहिक एक्सपायरी के दिन आज शेयर बाजार में जोरदार बिकवाली देखने को मिली है। सेंसेक्स करीब 1 हजार अंक नीचे आ गया है, जबकि निफ्टी में 290 अंकों की गिरावट आई है। बाजार खुलने के कुछ ही समय में निवेशकों के 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा डूब गए। इसके पीछे की वजह अमेरिका में मंदी का डर बना हुआ है। इसके साथ ही अमेरिका में बेरोजगारी को लेकर कल देर शाम एक नई रिपोर्ट आई। जिसमें कहा गया कि युवाओं को रोजगार के कम अवसर मिल रहे हैं। यानी बेरोजगारी बढ़ रही है। इसका सबसे ज्यादा असर सर्विस सेक्टर पर देखने को मिल रहा है।

गुरुवार के आंकड़ों से पता चलता है कि अमेरिका के निजी क्षेत्र ने अगस्त में साढ़े तीन साल में सबसे कम कर्मचारियों को काम पर रखा, जबकि जुलाई के आंकड़ों को संशोधित किया गया, जो संभावित रूप से श्रम बाजार में तेज मंदी का संकेत देता है। गुरुवार के आंकड़ों ने अगस्त में स्थिर अमेरिकी सेवा गतिविधि भी दिखाई, इंस्टीट्यूट फॉर सप्लाई मैनेजमेंट की गैर-विनिर्माण ऋण प्रबंधन प्रणाली पिछले महीने 51.5 पर थी, जबकि जुलाई में यह गिरकर 51.4 हो गई। शुरुआती कारोबार में करीब एक फीसदी की बढ़त हासिल करने वाले निफ्टी आईटी ने अपनी बढ़त खो दी और 0.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की।

हालांकि, मॉर्गन स्टेनली द्वारा स्टॉक को ‘ओवरवेट’ में अपग्रेड करने और इसके लक्ष्य मूल्य को बढ़ाकर 7,050 रुपये प्रति शेयर करने के बाद एलटीआईएमइंडट्री 1.5 फीसदी की बढ़त के साथ निफ्टी 50 गेनर्स की सूची में सबसे ऊपर रहा। बजाज फाइनेंस, ब्रिटानिया, बजाज फिनसर्व और टीसीएस निफ्टी 50 में शामिल अन्य गेनर्स में से हैं।