हमीरपुर के जिला अस्पतालों में भी डेंगू की जांच की सुविधा शुरू
- एलीजा किट से मरीज में डेंगू की हो सकेगी पुष्टि
- मशीन में एक बार में नौ सैंपल की हो सकेगी जांच
- अभी तक सिर्फ लक्षणों के आधार पर होता है इलाज
हमीरपुर ब्यूरो
दीवान शत्रुघ्न सिंह जिला अस्पताल में अब डेंगू बुखार की जांच हो सकेगी। अभी तक यहां डेंगू की जांच के इंतजाम नहीं थे। वायरल फीवर के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल में डेंगू की जांच के इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए जरूरी मशीनें लगा दी गई हैं। एलीजा किटें भी आ चुकी है। मशीन में एक बार में नौ लोगों की डेंगू की जांच हो सकेगी। इससे मरीजों का जांच के नाम पर प्राइवेट पैथालॉजी में होने वाले शोषण रुकेगा।
जिले में वायरल बुखार तेजी से फैला हुआ है। डेंगू की जांच का अभी तक कोई इंतजाम न होने की वजह से मरीज के लक्षणों के आधार पर डेंगू का उपचार चल रहा था। डॉक्टर इन्हें कन्फर्म केस न मानकर डेंगू बुखार के लक्षण के आधार पर दवाएं दे रहे थे। हालांकि अब जिला अस्पताल में डेंगू बुखार की जांच को मशीनें लगा दी गई हैं।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.विनय प्रकाश ने बताया कि डेंगू की जांच की समस्त किटें आ चुकी हैं। एक बार में नौ मरीजों के सैंपल लेकर डेंगू की जांच की जा सकेगी। उन्होंने बताया कि जांच उन्हीं मरीजों की होगी, जिनके प्लेट्लेट्स 30 हजार से कम होंगी या फिर जिन्हें डॉक्टर डेंगू की जांच कराने की सलाह देंगे। उन्होंने बताया कि जिला अस्ताल में डेंगू वार्ड स्थापित कर दिया गया है, लेकिन अभी कोई भी कन्फर्म केस नहीं मिला है। उन्होंने लोगों से डेंगू बुखार को लेकर किसी किस्म का भय न पालने की अपील की।
अस्पताल के लैब टेक्नीशियन हरेंद्र यादव ने बताया कि लैब में सभी तरह के जरूरी उपकरण लग चुके हैं। मशीन की टेस्टिंग हो चुकी है। बुधवार से जांचें भी शुरू कर दी जाएंगी। जिला मलेरिया अधिकारी आरके यादव ने बताया कि गतवर्ष जनपद में 59 डेंगू मरीज मिले थे। इस साल अभी तक अधिकारिक रूप से किसी में भी डेंगू की पुष्टि नहीं हुई है।
डेंगू बुखार के लक्षण
0 ठंड लगने के बाद अचानक तेज बुखार चढ़ना।
0 सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना।
0 आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होना।
0 बहुत ज्यादा कमजोरी लगना, भूख न लगना।
0 जी मिचलाना और मुंह का स्वाद खराब होना।
0 गले में हल्का-सा दर्द होना।
0 शरीर खासकर चेहरे, गर्दन और छाती पर लाल-गुलाबी रंग के रैशेज होना।
मच्छरों से ऐसे करें बचाव
0 कहीं भी खुले में पानी जमा न होने दें। साफ पानी भी गंदे पानी जितना ही खतरनाक है। पानी पूरी तरह ढककर रखें।
0 कूलर, बाथरूम, किचन आदि में जहां पानी रुका रहता है, वहां दिन में एक बार मिट्टी का तेल डाल दें। कूलर का इस्तेमाल बंद कर दें।
0 छतों पर टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि न रखें या उलटा करके रखें। पानी की टंकी को अच्छी तरह बंद करके रखें।
0 घर के अंदर सभी जगहों में हफ्ते में एक बार मच्छरनाशक दवाई का छिड़काव जरूर करें।
डेंगू बुखार से बचाव
0 आउटडोर में पूरी बांह की शर्ट, बूट, मोजे और फुल पैंट पहनें। खासकर बच्चों के लिए इस बात का जरूर ध्यान रखें।
0 मच्छर गाढ़े रंग और तेज महक वाली चीजों की तरफ आकर्षित होते हैं इसलिए हल्के रंग के कपड़े पहनें। तेज महक वाली परफ्यूम लगाने से बचें।
0 कमरे में मच्छर भगाने वाले स्प्रे, मैट्स, कॉइल्स आदि का प्रयोग करें। मस्किटो रेपलेंट को जलाते समय सावधानी बरतें। इन्हें जलाकर कमरे को 1-2 घंटे के लिए बंद कर दें।