लखनऊ:
स्टडी हॉल एजुकेशनल फाउंडेशन (शेफ) द्वारा आयोजित डेमोक्रेटिक सिटीजनशिप फेस्टिवल का समापन शनिवार को हुआ | इस कार्यक्रम में 3 जिलों के 19 स्कूलों से 200 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम युवाओं में सक्रिय और जिम्मेदार नागरिकता को बढ़ावा देने के लिए मनाया गया था। डॉ. फरजाना शकील सेक्रेटरी सीबीएसई सहोदय स्कूल क्लस्टर बाराबंकी और अमृता दास संस्थापक निदेशक, इंस्टीट्यूट फॉर कैरियर स्टडीज, चीफ गेस्ट के तौर पर मौजूद रही

शेफ की संस्थापक और सीईओ डॉ. उर्वशी साहनी ने कहा, “हमारे पास अभी भी पितृसत्तात्मक मानसिकता है जो हमारे व्यवहार को नियंत्रित करती है और जब तक उन्हें विखंडित नहीं किया जाता है और एक लोकतांत्रिक मानसिकता का निर्माण नहीं किया जाता, तब तक हमारे पास एक मजबूत लोकतंत्र नहीं होगा”

कार्यक्रम में स्टडी हॉल, सेठ एम.आर जयपुरिया, सी.एम.एस एक्सटेंशन, सी.एम.एस गोमती नगर, मॉडर्न अकादमी, अरविन्द अकादमी लोरेटो कॉन्वेंट, डीपीएस इंदिरा नगर, प्रेरणा गर्ल्स एंड बॉयज, ज्ञानसेतु, विद्यास्थली कनार इंटर कॉलेज कई अन्य प्रतिष्ठित स्कूलों ने भाग लिया। महोत्सव में गुड़गांव से विद्या स्कूल और सीतापुर से स्वररचना स्कूल ने भी हिस्सा लिया। उत्सव का आखिरी दिन रोमांचक कार्यक्रमों से भरा हुआ था “डांस ऑफ़ डेमोक्रेसी” “वी द पीपल” पर छात्रों ने अनुच्छेद 19 का उपयोग करके मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुतियाँ दी | “उन्मेश” के माध्यम से कला और कविता में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।। “परिधि” में छात्रों ने गहन अंतर्दृष्टि दिखाते हुए मुख्य रूप से अनुच्छेद 14, 19 और 21 की संवैधानिक परिदृश्यों की पुनर्कल्पना की।

स्टडी हॉल स्कूल की वाइस प्रिंसिपल मीनाक्षी शाह ने शेफ के दृष्टिकोण, “एक ऐसा संसार जहां हर किसी को लैंगिक समानता, सामाजिक न्याय, व्यक्तिगत उत्कर्ष और सक्रिय लोकतांत्रिक नागरिकता के लिए शिक्षित किया जाता है” पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम का समापन किया। उन्होंने उत्सव में भाग लेने वाले सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।