दिल्ली टेस्ट: स्पिन ट्रैक पर शामी का क़हर
दिल्ली:
दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय गेंदबाजों के सामने मेहमान टीम पहला दिन भी पूरा नहीं खेल पाई और 263 रनों पर ढेर हो गई. स्टंप तक भारत ने 21 रन बना लिए हैं और कोई भी विकेट नहीं खोया है. रोहित शर्मा 13 रन और केएल राहुल चार रन बनाकर खेल रहे हैं.
ऑस्ट्रेलियाई की तरफ से अगर किसी ने भारतीय गेंदबाजों का सामना किया तो वो थे उस्मान ख्वाजा और पीटर हैंड्सकॉम्ब. इन दोनों ने अर्धशतक जमाए. ख्वाजा ने 81 रनों की पारी खेली. हैंड्सकॉम्ब 72 रन बनाकर नाबाद रहे. भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने स्पिनरों के साथ मिलकर बेहतरीन गेंदबाजी कर ऑस्ट्रेलिया को बड़ा स्कोर नहीं करने दिया.
पिच स्पिनरों के लिए अनुकूल है लेकिन भारत के सबसे सफल गेंदबाज शमी रहे. उन्होंने 60 रन देकर चार विकेट लिए. ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (57 रन देकर तीन) और बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा (68 रन देकर तीन) ने उनका अच्छा साथ दिया. कमिंस ने लगातार दूसरे मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. ख्वाजा और डेविड वॉर्नर (15) ने पहले विकेट के लिए 50 रन जोड़कर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई.
ख्वाजा अधिक विश्वास के साथ बल्लेबाजी कर रहे थे और उनका फुटवर्क भी अच्छा था लेकिन वॉर्नर को संघर्ष करना पड़ा.मोहम्मद सिराज ने अपने पहले स्पैल में उन्हें काफी परेशान किया. उनकी गेंद वॉर्नर की कोहनी और हेलमेट पर भी लगी.सिराज ने एक तरह से मंच तैयार कर दिया था और ऐसे में रोहित ने दूसरे छोर से फिर से गेंद शमी को सौंप दी. शमी ने इसके बाद जल्द ही भारत को पहली सफलता दिला दी. उनकी कोण लेती गेंद वॉर्नर के बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर कोना भरत के दस्तानों में समा गई.
ख्वाजा ने अश्विन और जडेजा का डटकर सामना किया. अश्विन ने हालांकि मार्नस लाबुशेन (18) को एलबीडब्ल्यू आउट कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई. तब डीआरएस का फैसला भारत के पक्ष में गया था. इसके एक गेंद बाद स्टीव स्मिथ बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए लेकिन इसका पूरा श्रेय विकेटकीपर भरत को जाता है जिन्होंने बहुत ही अच्छे तरीके से कैच लिया जो काफी नीचे था. ऑस्ट्रेलिया ने लंच तक तीन विकेट पर 94 रन बनाए. उसने दूसरे सत्र में भी तीन विकेट गंवाए और इस बीच स्कोर को 199 रन तक पहुंचाया.
भारत को दूसरे सत्र में भी पहली सफलता शमी ने दिलाई. सीरीज में अपना पहला मैच खेल रहे ट्रेविस हेड (12) ने उनकी गेंद पर दूसरी स्लिप में खड़े राहुल को कैच थमाया. राहुल का मैच का दूसरा कैच बेहतरीन था जिससे ख्वाजा पवेलियन लौटे. यह इस सत्र का सबसे महत्वपूर्ण मोड़ था. मैदान के दोनों तरफ अच्छी तरह से शॉट खेल रहे ख्वाजा ने पारी के 46वें ओवर में जडेजा की गेंद को रिवर्स स्वीप किया लेकिन राहुल ने एक हाथ से शानदार कैच लेकर उन्हें चलता कर दिया. जडेजा का यह टेस्ट मैचों में 250वां विकेट था.