आगजनी की घटना पर दिल्ली सरकार की चुप्पी से मुस्लिम और गरीब विरोधी चेहरा उजागर
AIMIM दिल्ली के प्रतिनिधिमंडल ने शास्त्री पार्क फर्नीचर मार्केट का निरीक्षण में किया खुलासा
नई दिल्ली: 13 अप्रैल की शाम को शास्त्री पार्क फर्नीचर मार्केट में आग से हुए नुकसान का निरीक्षण करने के लिए आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन का एक प्रतिनिधिमंडल छतिग्रस्त स्थल पर पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व दिल्ली एमआईएम के महासचिव बलीग़ नोमानी ने किया । डेलिगेशन में शादाब इल्यास, असगर अंसारी, नईम असगर, नासिर सैफी शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ितों से मुलाकात की। पीड़ितों ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि 300 से अधिक दुकानें जलकर राख हो गई हैं। सभी दुकानें किराए पर चल रही थी, इसलिए किरायेदारों का करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि बाजार में आग लगने के बाद कई दिन हो चुके हैं लेकिन अभी तक किसी भी दिल्ली सरकार के मंत्री ने कोई दौरा नहीं किया है और किसी भी मुआवजे की घोषणा नहीं की गई है।आग लगने की दुर्घटना पर दिल्ली सरकार की चुप्पी ने सरकार का मुस्लिम और गरीब विरोधी चेहरा बेनकाब कर दिया है । यह सरकार गरीबों और अल्पसंख्यकों को दुश्मन है।दिल्ली में दंगे भड़काने वाली सरकार से किसी भी अच्छे काम की उम्मीद नहीं है और वह पार्टी जिसने लाशों पर सियासत की हो , उस से उम्मीद भी क्या की जा सकती है? मजलिस के प्रतिनिधिमंडल ने इस पर आश्चर्य व्यक्त किया कि सरकार द्वारा आवंटित बाजार में सुरक्षा का कोई इंतजाम नही है। सरकार द्वारा नियमों का पालन करने का दावा तो होता है लेकिन सुरक्षा व्यवस्था के बगैर सरकार द्वारा दुकानों का आवंटन कैसे किया गया? बिना किसी एहतियाती कदम के मार्केट को यूंही छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि आजकल कारों से लेकर छोटे कार्यालयों तक में आग बुझाने के उपकरण अनिवार्य कर दिए गए हैं। क्योंकि यह व्यवस्था इतने बड़े बाजार में नहीं की गई ? जबकि मार्किट भी फर्नीचर की है जहां पर आग लगने की सम्भावना ज़्यादा है मजलिस के डेलिगेशन ने मांग की नुकसान का आकलन करने के लिए सरकार को तुरंत उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजना चाहिए और दुकानदारों के नुकसान की भरपाई की जानी चाहिए। किरायेदारो और मकान मालिक दोनों के नुकसान का ध्यान रखा जाना चाहिए और तुरंत सरकारी खर्चे से दुकानों की मरम्मत की जानी चाहिए, साथ ही तत्काल चिकित्सा सहायता के लिए एक क्लिनिक स्थापित किया जाना चाहिए। आग लगने का कारण पता लगाकर दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए। आग पर अपना दुख व्यक्त करते हुए, प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि कोरोना के कारण, व्यवसायों को पहले से ही भारी नुकसान हो रहा है और अब यह बाजार जलकर राख हो गया। प्रतिनिधिमंडल ने दुकानदारों से धैर्य बनाये रखने का आग्रह करते हुए कहा सब दुकानदार मिल कर इस मुसीबत का सामना करें। प्रतिनिधिमंडल ने आश्वासन दिया मजलिस पीड़ितों को कानूनी सहायता प्रदान करेगी और इस के लिए वे अपने नुकसान का विवरण और सबूत इकट्ठा कर सकें।