काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन और आरती हुए मंहगे, अखिलेश ने भाजपा पर साधा निशाना
दिल्ली:
काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन और आरती की नई रेट लिस्ट जारी हो चुकी है जिसके मुताबिक सावन महीने में रोजाना डबल शुल्क तो वहीं सावन के सोमवार के दिन तीन गुना तक दर्शन-आरती शुल्क देना पड़ेगा. अब इस नई रेट लिस्ट समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा है.
अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में लिखा है ”भाजपा सरकार से आग्रह है कि ‘बाबा विश्वनाथ जी’ के दर्शन पर शुल्क लगाकर गरीबों, सच्चे भक्तों व आम जनता से ‘दर्शन का अधिकार’ न छीने. भाजपा ने धर्म को व्यापार बना लिया है. निंदनीय!”
दरअसल, सावन के मद्देनजर काशी विश्वनाथ मंदिर में सुगम दर्शन और आरती की नई रेट लिस्ट जारी की गई है. दर को दोगुने से लेकर चार गुना तक बढ़ा दिया गया है. हर साल की तरह इस बार भी सावन माह में भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने यह फैसला लिया है. नई रेट लिस्ट सावन माह में 4 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त तक प्रभावी रहेंगी.
नई जारी हुई रेट लिस्ट के मुताबिक सुगम दर्शन जिसका रेट आम दिनों में जहां 300 रुपए था वह सावन माह के आम दिनों में 500 हो गया है. सावन के सोमवार के दिन 750 कर दिया गया है. मंगला आरती के लिए आम दिनों में भक्तों को 500 रुपए का शुल्क अदा करना होता था अब सावन महीने के आम दिनों में 1000 रुपये और सावन के सोमवार पर 2000 रुपये तक चुकाने पड़ेंगे.
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा के मुताबिक बाबा के मध्याह्न भोग, सप्तर्षि और रात्रि ऋंगार/ भोग आरती के लिए भक्तों को आम दिनों में 300 रुपये देने पड़ते थे. अब सावन महीने के आम दिनों में 500 रुपये देने होंगे. सावन के दिनों में एक शास्त्री से रुद्राभिषेक पर 500, पांच शास्त्री से रुद्राभिषेक पर सावन में सोमवार छोड़ 2100 रुपये तो सावन के सोमवार पर 3000 रुपये देने होंगे. श्रावण सन्यासी भोग के लिए सावन में सोमवार को छोड़ 4500 रुपये तो सावन के सोमवार पर 7500 रुपए देने होंगे. इसके अलावा सावन के सोमवार पर होने वाले श्रावण श्रृंगार पर 20,000 रुपये का शुल्क देना होगा.