दलितों पिछड़ो एंव कामगारों के अधिकार सुरक्षित नहीं ध्यान दे केन्द्र व प्रदेश सरकार: भवन नाथ पासवान
लखनऊ: डा0 अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष भवन नाथ पासवान ने काॅरोना संकट के दौरान वीडियो काॅफ्रसिंग के द्वारा अपने पदाधिकारियों एंव कार्यकताओं से वार्ता की और विभिन्न मुद्दो पर आगे की कार्यवाही सुनिश्चत की इसमें समाज के तमाम कार्याकताओं ने हरियााण कैडर की आई. ए. एस. अधिकारी रानी नागर केे उत्पीड़न का प्रकण उठाया और मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष से अनुरोध किया प्रकरण से सम्बन्धितों को पिछडे़ समाज के अक्रोश से अवगत कराया जाए। हर हालत में रानी नागर को न्याय मिलना चाहिए और उत्पीड़न के जिम्मेदार आरोपितों को सजा दी जाए। अगर रानी नागर को न्याय नहीे मिलता है ,तो लाॅकडाॅउन समाप्त होते ही देशभर में डा0 अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के पदाधिकारी/ कार्यकर्ता आन्दोलन करेंगे और सड़को पर उतरंेगे। पिछड़े गुर्जर सामाज की किसी माहिला अधिकारी के साथ उत्पीड़न केन्द्र सरकार के बेटी बचाओ – बेटी पढाओ नारे का उपहास है केन्द्र सरकार को भी चाहिए कि इसपर हस्ताक्षेप करें।
मंच के प्रदेश अध्यक्ष आशा राम सरोज ने यह अवगत कराया कि उ0प्र0 शासन ने बाबा साहेब डाॅ0 अम्बेडकर द्वारा 1937 में कामगारों का उत्पीड़न रोकने के लिए जो श्रम कानून बनाया गया था और जिसके तहत कामगारो के अर्थिक और शारीरिक शोषण पर नियुक्ताओं पर दण्डित करने का प्रविधान था। एक अघ्यादेश द्वारा 1000 दिनों के लिए बनाए गये कानून को स्थागित कर दिया गया है। जिसका डा0 अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच घोर निंदा करता है। मंच उ0 प्र0 शासन से अनुरोध करता है। कामगारों और मज़दूरों के खिलाफ यह अध्यादेश तुरन्त वापस लें अन्यथा इसके खिलाफ मंच सड़क पर उतरेगा ।
कर्नाटक के एक अनुसूचित जाति के जिला जज को सुपरसीड कर उनके अधिनस्थ जूनियर जज को हाई कोर्ट का जज बना दिया गया। जब अनु0 जाति के जज ने अपने साथ होने वाले इस अन्याय के खिलाफ आव़ाज सर्वोच्च अदालत में उठाई तो सर्वोच्च आदालत ने उनकी अपील यह कहते हुए ख़ारिज कर दिया की कोलेजियम द्वारा लिए गये निणर्य के विरूद्ध कोई सुनवाइ नहीं होगी । इस तरह कोलेजियम सिस्टम का बिद्रूप चेहारा सामने आया स्पष्ट हो जाता है कि कोलेजियम सिस्टम मे जाति और वंशवाद हावी है। सर्वोच्च आदालत के जज भी देश के संचित कोष से ही अपना वेतन और भत्ता प्राप्त करते है। मंच आशा करता हैं कि न्यायपालिका अपने गारिमामई मर्यादा का ध्यान रखें।
मंच के राष्ट्रीय महासचिव इंजी. एस. पी. सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष से अनुरोध किया कि मंच के पदाधिकारियों एंव कार्याकर्ता की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए अवश्यक कार्यवाही करें। वीडियों काॅफ्रसिंग में सर्वश्री के0 पे0 राहुल धम्म प्रचारक, ओ. पी. गौतम राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिल्ली, राधे श्याम राम राष्ट्रीय उपाध्यक्ष , राम सिंह प्रदेश प्रभारी उ0 प्र0, फतेह बहादुर सिंह प्रभारी उत्तराखण्ड, करनम किश्न प्रभारी दक्षिण भारत, डाॅ अनिल कुमार प्रदेश संयोजक उ0प्र0, सुरेश पासवान प्रदेश अध्यक्ष झारखण्ड, श्री चंद सरोज प्रदेश संयोजक छत्तीगढ ,मिठाई लाल सरोज मुम्बई, श्रीमती अंगूरी धारिया प्रदेश अध्यक्ष माहिला प्रकोष्ट, श्रीमती संजू चैधरी प्रदेश अध्यक्ष पश्चिम बंगाल, श्रीमती मनीषा मून प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ट दिल्ली ,डाॅ आर. वी. सरोज प्रदेश सह संयोजक दिल्ली, राम आसरे पटेल एडवोकेट प्रदेश उपाध्यक्ष , मोहम्मद हन्ीफ़ खान प्रदेश महासचिव उ0प्र0 ,विश्व राजनी बौद्ध संयोजक माहिला प्रकोष्ट , सुभाष पासी प्रदेश संयोजक उ0प्र0 , राकेश चन्द्रा राना, प्रवेश कुमार संयोजक छात्रा एंव किसान मोर्चा , शैलेश कुमार धानुक प्रदेश संगठन मंत्री उ0प्र0 , आदित्य वर्मा, राम सजीवन मण्डल अध्यक्ष उ0प्र0,राम विरज रावत सह संयोजक उ0प्र0 आदि लोग चर्चा मे शामिल रहें।