पुलिस की बर्बरता से दलित युवक की लखीमपुर जेल में मौत, लक्ष्य के कमांडरों ने भरी न्याय दिलाने की हुंकार
लखीमपुर खीरी
भारतीय समन्वय संगठन (लक्ष्य) की टीम ने लखीमपुर खीरी थाना कोतवाली गोला गोकरननाथ के गांव मुर्तिहा का दौरा किया और पीड़ित परिवार से मुलाकात की तथा पीड़िता को न्याय दिलाने का पूरा भरोसा दिया l
पीड़िता रेखा देवी पत्नी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि घटना जिला लखीमपुर खीरी थाना कोतवाली गोला गोकरननाथ के गांव मुर्तिहा 30 मई 2022 के सायं 4 बजे की हैं जब धर्मेंद्र कुमार जो अनुसूचित जाति से है तथा मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता था, परिवार के साथ घर पर था तभी गोला थाना के प्रभारी विवेक उपाध्याय की साजिश दुषप्रेरणा से 3–4 पुलिस वाले आते है और धर्मेंद्र कुमार के साथ गाली गलोच, जाति सूचक शब्दो का प्रयोग करते हुए उसको मारने पीटने लगते है जब उसकी पत्नी रेखा देवी उसे बचाने का प्रयास करती है तो उसके साथ भी गली गलौच, जाति सूचक शब्दो का प्रयोग करते हुए उसके साथ भी धक्का मुक्की करते हुए कहा कि कोतवाल साहब (विवेक उपाध्याय) का आदेश है कि धर्मेंद्र कुमार को कोतवाली गोला ले जाना है।
पीड़िता रेखा देवी ने रोते हुए बताया की पुलिस वाले जबरन उसके पति धर्मेंद्र कुमार को गोला थाने ले आई l जब पीड़िता अपने देवर अरविंद कुमार के साथ थाने पहुंची तो कोतवाल विवेक उपाध्याय ने कहा कि अगर इसको छुड़वाना है तो चालीस हजार रूपये लेकर आओ l जब पीड़िता ने अपनी गरीबी की बात कहते हुए कहा कि साहब हमारे पास पैसे नहीं है तो उन्होंने उसके पति धर्मेंद्र कुमार को बुरी तरह मारना शुरू कर दिया और पूरी रात थाने में बंद रखा और अगले दिन फर्जी मामला बनाकर घायल अवस्था में उसको जेल भेज दिया। जहां तीसरे दिन पुलिस प्रताड़ना के कारण धर्मेंद्र कुमार की जेल में दर्दनाक मौत हो गई l
लक्ष्य कमांडरों ने बताया कि जब इस संबंध में हम लोगों ने संबंधित एस पी व सी ओ से बात करनी चाही तो उन्होंने हमारा फोन नहीं उठाया l लक्ष्य कमांडरों ने कहा कि हमारे कमांडर इस मामले को दबने नही देंगे और पीड़िता को हर हालत में न्याय दिलाकर ही रहेंगे l उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन के लोगों को भी अपनी जातिवादी मानसिकता से बाहर निकलना चाहिए और संविधान का पालन ईमानदारी के साथ करना चाहिए l
उन्होंने कहा कि वे इस मामले को लेकर मुख्य मंत्री से भी मिलेंगे और सड़कों पर भी उतरेंगे l पीड़िता की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुए लक्ष्य कमांडरों ने उसे दस हजार का आर्थिक सहयोग भी किया l
लक्ष्य की इस टीम में लक्ष्य कमांडर रेखा आर्या,संघमित्रा गौतम,रजनी सोलंकी, राज कुमारी कौशल,ममता प्रकाश,अनीता प्रसाद,जितेंद्र कुमार, एडवोकेट बबलू गौतम,खूब चंद,विशाल गौतम, कौशल गौतम व पीड़िता के वकील संतोष त्रिपाठी शामिल रहे l