यूपी में सुरक्षित नहीं दलित महिलाएं, आगरा में मायावती पहली चुनावी रैली
टीम इंस्टेंटखबर
अभी तक उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार से दूर रही बसपा सुप्रीमो ने आज ताज नगरी आगरा से अपने चुनावी कैम्पेन का बिगुल बजा दिया है. इस चुनाव में पहली रैली के सम्बोधन में उनके निशाने पर सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी पर रही. अपने सम्बोधन में मायावती ने खराब कानून व्यवस्था, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि बीजेपी झूठा प्रचार कर रही है साथ ही सपा को दलित विरोधी करार दिया।
बसपा सुप्रीमो ने योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा, ”बीजेपी की भी नीतियां अधिकांश जातिवादी और पूंजीवादी और आरएसएस के संकीर्ण एजेंडे पर ही केंद्रित रही है। धर्म के नाम पर तनाव और नफरत का वातावरण रहा है।
मायावती ने कहा, प्रदेश में हर स्तर के अपराध बढ़े हैं, दलित और महिलाएं सुरक्षित नहीं रही हैं। मीडिया में इनके आंकड़े को दबा दिया जाता है। आगरा में तो पुलिस कस्टडी में दलित युवक को मार दिया गया। मायावती ने कहा कि कांग्रेस गरीबों को लुभाने के लिए नाटक कर रही है। कांग्रेस पार्टी जब सत्ता में होती है तो उन्हें अनुसूचित जाति वर्गों का ध्यान नहीं रहता।
वहीं, पहले और दूसरे चरण में बसपा की प्रभाव वाली सीटों पर मतदान होना है। इस सभा में आगरा मंडल के सभी 23 बसपा प्रत्याशी मौजूद रहे। आगरा को दलितों की राजधानी भी कहा जाता है। हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में बसपा आगरा जिले में एक भी सीट नहीं जीत सकी थी।
बता दें कि साल 2016 में मायावती ने इसी मैदान पर ही रैली को संबोधित किया था। उस वक्त उनकी रैली में करीब एक लाख लोगों की भीड़ आने का दावा किया गया था। हालांकि इस बार चुनाव आयोग की पाबंदियों के चलते बड़ी रैलियों पर रोक है।