CWG 2022: कुश्ती में भारत का जलवा, जमकर बरसा सोना
स्पोर्ट्स डेस्क
भारत के लिए बर्मिंघम में खेले जा रहे राष्ट्रमंडल खेलों में शनिवार का दिन अच्छा रहा.भारतीय पहलवानों ने एक बार फिर उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन किया। बर्मिंघम में जारी कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 खेलोें के नौवें दिन भारत के पहलवानों ने आठवें दिन की तरह शनिवार को भी स्वर्ण पदकों की हैट्रिक लगाई. इस कड़ी में सबसे हालिया पदक नवीन ने 74 किग्रा भार वर्ग में पाकिस्तान के मोहम्मद शरीफ ताहिर की पटखनी देकर जीता. यह कुश्ती में छठा और कुल मिलाकर 12वां स्वर्ण और अभी तक का 34वां पदक रहा है. नवीन से पहले विनेश फोगाट ने महिला वर्ग के 53 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण दिलाया जो भारत के लिए खेलों में 11वां स्वर्ण और कुल मिलाकर 33वां पदक रहा. उसने कुछ देर पहले ही रवि कुमार दहिया ने 57 किग्रा भार वर्ग में भारत के लिए दिन का पहला और कुल मिलाकर कुश्ती में चौथा और दसवां स्वर्ण पदक जीता जो भारत के लिए खेलों में 32वां पदक था. दहिया ने फाइनल मुकाबले में नाइजीरिया के एबिकेवेनिमो वेल्सन को 10-0 से हराकर सोने पर कब्जा किया.
भारत को आज एक ऐतिहासिक सफलता मिली और वो सफलता दिलाई धावक अविनाश साबले ने. अविनाश साबले ने अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़कर राष्ट्रमंडल खेलों में पुरूषों की 3000 मीटर स्टीपलचेस स्पर्धा का रजत पदक जीता जबकि प्रियंका गोस्वामी ने 10,000 मीटर पैदल चाल स्पर्धा में रजत पदक हासिल किया.गोस्वामी ने पैदल चाल में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनकर नया इतिहास रचा. साबले ने 8 :11 . 20 सेकंड का समय निकालकर 8 : 12 . 48 का अपना राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा । गोस्वामी ने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय 43:38.83 सेकेंड के साथ ऑस्ट्रेलिया की जेमिमा मोंटाग (42:34.30) के बाद दूसरा स्थान हासिल किया.
भारतीय मुक्केबाज अमित पंघाल (51 किग्रा) फ्लाईवेट स्पर्धा में जबकि पदार्पण कर रही नीतू गंघास ने महिलाओं के (45-48 किग्रा) मिनिममवेट के फाइनल में प्रवेश कर रजत पदक पक्के किये. निकहत जरीन ने भी 51 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में पहुंच कर पदक पक्का कर लिया. सबसे पहले रिंग में उतरी नीतू अपने पहले ही राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक मुकाबले में पहुंच गयी जिसमें वह इंग्लैंड के रेश्जटान डेमी जेड के सामने होंगी। उन्होंने सेमीफाइनल में कनाडा की प्रियंका ढिल्लों को आरएससी (रैफरी द्वरा मुकाबला रोकना) से पराजित कर अपना रजत पदक पक्का किया.
इसके बाद पंघाल रिंग में उतरे, उन्होंने शानदार प्रदर्शन के बूते राष्ट्रमंडल खेलों में लगातार फाइनल में प्रवेश किया. पिछली बार उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा था जिससे इस बार वह पदक का रंग बदलना चाहेंगे. न्होंने सेमीफाइनल में जिम्बाब्वे के पैट्रिक चिनयेम्बा को सर्वसम्मत फैसले में 5-0 से पराजित किया. सात अगस्त को फाइनल में उनका सामना इंग्लैंड के मैकडोनल्ड कियारान से होगा.