मुरादाबाद
उत्तर प्रदेश में स्थित तीसरे स्तर के शहर मुरादाबाद में स्थित सर्वोच्च अस्पताल एपेक्स हॉस्पिटल ने पहले ‘मेड इन इंडिया’ रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम- एसएसआई मंत्रा को इन्स्टॉल किया है, इसके साथ यह स्वदेश में निर्मित रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम को इन्सटॉल करने वाला उत्तर प्रदेश का पहला अस्पताल बन गया है। एसएसआई मंत्रा विश्वविख्यात कार्डियक सर्जन डॉ सुधीर पी श्रीवास्तव के दिमाग की उपक है, इसके साथ भारत में सर्जिकल प्रक्रिया के नए दौर की शुरूआत हुई है और मुरादाबाद के लोगों के लिए रोबोटिक सर्जरी अधिक सुलभ एवं किफ़ायती हो गई है। अन्य सर्जिकल रोबोट्स की तुलना में एसएसआई मंत्रा की खासियत है इसकी कीमत। एसएसआई मंत्रा की कीमत अपने अन्तर्राष्ट्रीय समकक्षों की तुलना में एक तिहाई है। इस तरह मुरादाबाद के आम लोगों के लिए उच्च गुणवत्ता की किफ़ायती हाई-टेक रोबोटिक सर्जरी उनकी पहुंच में आ गई है।

डॉ मेगान मेहरोत्रा, कन्सलटेन्ट,मिनिमल एक्सेस एण्ड बैरिएट्रिक सर्जरी, एपेक्स हॉस्पिटल, मुरादाबाद, जिनका उद्देश्य देश के ग्रामीण हिस्सों के वंचित लोगों के लिए विश्वस्तरीय सर्जिकल हेल्थकेयर को सुलभ बनाना है, उन्होंने कहा, ‘‘एसएसआई मंत्रा के साथ हमें किफ़ायती सुविधाओं के लाभ मिलेंगे। एसएस इनोवेशन्स का सपोर्ट अपने आप में उल्लेखनीय है, क्योंकि उनके दोनों इंजीनियर हमारी हर चुनौती में हमारे सहयोग के लिए तैयार हैं।’

डॉ सुधीर श्रीवास्तव, संस्थापक एवं चेयरमैन और सीईओ, एसएस इनोवेशन्स ने कहा, ‘‘एपेक्स हॉस्पिटल, मुरादाबाद में ‘मेड इन इंडिया’ सर्जिकल रोबोट एसएसआई मंत्रा के इन्स्टॉलेशन के साथ हम शहर के आम लोगों के लिए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा देखभाल को और करीब ले आए हैं। एसएसआई मंत्रा सर्जरी की गुणवत्ता और स्वास्थ्य में सुधार लाकर क्षेत्र एवं आस-पास के लोगां के लिए नए दौर की शुरूआत करेगी। आधुनिक रोबोट्स के इन्स्टॉलेशन के साथ हाई-टेक मेडिकल केयर अब गुणवत्ता के साथ समझौता किए बिना मात्र 30 फीसदी लागत पर उपलब्ध होगी। एसएसआई का दृष्टिकोण सभी के लिए गोल्ड स्टैण्डर्ड स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ और किफ़ायती बनाना है।’

एसएसआई मंत्रा सिस्टम जुलाई 2023 में मुरादाबाद के एपेक्स हॉस्पिटल्स में इन्स्टॉल किया गया। मात्र 3 महीनों की छोटी सी अवधि में अस्पताल एसएसआई मंत्रा की मदद से अब तक 60 सफल सर्जरियों को अंजाम दे चुका है, जिनमें से कुछ बेहद मुश्किल प्रक्रियाएं थीं। डॉ मेहरोत्रा ने कहा ‘‘एसएसआई मंत्रा के साथ हम इन मुश्किल प्रक्रियाओं को सटीकता एवं परफेक्शन के साथ रिकॉर्ड समय में अंजाम देते हैं।’’

एसएसआई मंत्रा किस तरह भारत के सर्जिकल हेल्थकेयर सिस्टम में सकारात्मक बदलाव लेकर आएगी, इस बारे में बात करते हुए डॉ मेहरोत्रा ने कहा, ‘‘एसएसआई मंत्रा की सबसे बड़ी खासियत है इसकी किफ़ायती लागत, जो रोबोटिक हेल्थकेयर सिस्टम में ज़बरदस्त बदलाव लेकर आएगी। जिस तरह से रोबोटिक्स ने स्वास्थ्यसेवा क्षेत्र में अपनी गहरी पहुंच बनाई है, एसएसआई मंत्रा निश्चित रूप से हर शहरी एवं ग्रमीण भारतीय के लिए रोबोटिक सर्जरी को सुलभ बना देगी। एसएसआई मंत्रा स्वदेश में विकसित भारतीय सिस्टम है, अपनी किफ़ायती लागत के चलते यह देश में तेज़ी से लोकप्रियता हासिल करेगी।’’
डॉ मेहरोत्रा एसएसआई मंत्रा के अधिग्रहण के बाद छोटी सी अवधि में कई जटिल सर्जरियों को सफलतापूर्वक अंजाम दे चुके हैं, जिससे उन मरीज़ां को लाभ मिला है, जो लम्बे समय से बीमारियों से जूझ रहे थे। मंत्रा सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम ने बेहतरीन परिणाम दिए हैं। डॉ मेहरोत्रा के शब्दों में, ‘‘हमने एक मरीज़ जमीलुद्दीन की कार्डियो मायोटोमी की, वे पिछले 10 सालों से बीमार थे, उन्हें एक गिलास पानी तक नहीं पचता था। दिल्ली के कई अस्पतालों में इलाज कराने और ढेरों जांचें कराने के बाद उन्हें आराम नहीं मिल रहा था। हमने उनकी समस्या को समझ कर इसका निदान और इलाज किया। कार्डियक मायोटोमी ऐसी प्रक्रिया है जिसमें ईसोफेगस की मांसपेशियों की एक पर्त फट जाती है। ऐसे मामलों में सर्जरी के लिए सटीकता की ज़रूरत होती है, जिसे रोबोटिक सर्जरी के द्वारा ही अंजाम दिया जात सकता है। इस मामले में मरीज़ को अच्छे परिणाम मिले, सर्जरी के कुछ दिनों बाद ही उनका जीवन सामान्य हो गया।’

मरीज़ जमीलुद्दीन ने कहा, ‘‘डॉ मेहरोत्रा ने रोबोटिक सर्जरी के फायदों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इसमें खून का नुकसान और दर्द कम होता है, साथ ही रिकवरी भी जल्दी होती है। मैंने इससे पहले रोबोटिक सर्जरी के बारे में नहीं सुना था, लेकिन जब मुझे इसके फायदे पता चले, मैं तुरंत इसके लिए तैयार हो गया। सर्जरी के परिणाम से मैं बेहद खुश हूं, यह सब एसएसआई मंत्रा की वजह से ही संभव हो पाया है। मैं चाहूंगा कि यह सुविधा यूपी के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में सुलभ हो ताकि लोगो को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।’