कोरोना संकट के समय में भी जिले में भ्रष्टाचार चरम पर: सुरेश्वर सिंह
प्रवासी कामगारो को पैदल जाते देख प्रशासन को लिया आड़े हाथ
रिपोर्ट-रमेश चन्द्र गुप्ता
बहराइच 12 मई। बहराइच जिले में प्रशासन की घोर लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताते हुए महसी विधायक सुरेश्वर सिंह ने आज प्रशासन को आड़े हाथो लिया और प्रवासी कामगारो की स्क्रीनिंग, राशन किट व साधन उपलब्ध न कराये जाने पर प्रशासनिक अधिकारियों को फटकार लगाई। इस दौरान उन्होने कहा कि कोरोना संक्रमण के बीच जिले में घोर भ्रष्टाचार पनप रहा है। कहीं पुलिस चैकी पर तैनात पुलिस कर्मी मोटी कमाई में लगे है तो कहीं गल्ला मण्डी मंे प्रशासनिक आदेशो के विपरीत किसानो से अधिक टैक्स वसूलकर अवैध धन उगाही की जा रही है। उन्होने कहा कि यदि इन सब पर विराम नही लगता है तो वह प्रदेश स्तर पर शिकायत कर प्रशासन के खिलाफ कार्यवाही करायेंगे।
सोमवार की देर रात भाजपा कार्यालय से अपने आवास की ओर जा रहे महसी विधायक सुरेश्वर सिंह ने छावनी चैराहा मार्ग स्थित हीरासिंह मार्केट के पास कई दर्जन प्रवासी कामगारो को पैदल आते देखा और जानकारी हासिल की। प्रवासी कामगारो द्वारा बिना किट उपलब्ध कराये पैदल ही घरो कीे ओर रवाना किये जाने की बात सामने आने के बाद श्री सिंह काफी नाराज हो गये। मामले की जानकारी होते ही तत्काल एसडीएम व नगर मजिस्ट्रेट के मौके पर पहंुचते ही श्री सिंह ने प्रवासी कामगारो को लेकर बरती जा रही घोर लापरवाही पर उन्हें कड़ी फटकार लगाई और सभी की जांच कराकर उन्हे राशन किट उपलब्ध कराने तथा सरकारी वाहन से उनके निवास स्थानो तक पहंुचाने के निर्देश दिये।
श्री सिंह ने अधिकारियो को फटकार लगाते हुए कहा कि उन्हें राशन किट सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके बावजूद भी कामगारो की जांच न करके बिना राशन किट उपलब्ध कराये उन्हें पैदल जाने देना प्रशासन की घोर लापरवाही दर्शाता है। इस दौरान उन्होने जिले में व्याप्त घोर भ्रष्टाचार की पोल खोलते हुए सरकारी कर्मचारियों द्वारा कोरोना संकट के समय में भी अवैध धन वसूली किये जाने का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि घंटाघर चैक पर तैनात पुलिस कर्मी क्षेत्रीय दुकानदारो द्वारा दुकान खोलने के एवज में 2 से 6 हजार रूपये की अवैध धन उगाही कर उन्हें प्रताड़ित कर रहे है।
साथ ही उन्होने कहा कि प्रदेश स्तर पर निर्देश जारी कर गल्ला लेकर मण्डी पहंुचने वाले किसानो सेे सरकार द्वारा मात्र 2.5 प्रतिशत टैक्स लेने का प्रावधान किया गया है परन्तु गल्ला मण्डी के कर्मचारी किसानो से 6 प्रतिशत टैक्स की वसूली कर उनका शोषण कर रहे। उन्होने कहा कि बैठको के दौरान बड़ी-बड़ी बाते करने वाले प्रशासनिक अधिकारी घोर लापरवाही बरत रहे है। जिसके चलते जिले मे भ्रष्टाचार चरम पर है और प्रशासन भी कहीं न कहीं इसमे संलिप्त है। उन्होने जिला स्तर पर उचित कार्यवाही न किये जाने पर प्रदेश स्तर पर इस मुद्दे को उठाने व कार्यवाही करवाने की भी बात कही।
जिला प्रशासन की घोर लापरवाही से प्रदेश शासन को कराया अवगत
इस संबंध में विधायक श्री सिंह ने बताया कि उनके द्वारा मुम्बई से लौटे कामगारों से जानकारी हासिल करने पर यह बात प्रकाश में आयी कि मुम्बई से लौट रहे प्रवासी कामगारों को घाघराघाट पर पुलिस ने रोका और अन्य कामगारो को भी डीसीएम पर लादकर बहराइच भेज दिया। वहीं डीसीएम के बस अड्डे पहंुचने पर सभी कामगार बिना चिकित्सकीय जांच व बिना भोजन व राशन किट के पैदल ही अपने-अपने घरो की ओर रवाना होने लगे। जिसके बाद डीएम को इस संबंध मे अवगत कराकर उचित कार्यवाही की बात कही। उन्होने बताया कि जिले में प्रशासन की घोर लापरवाही की शिकायत प्रदेश शासन से की गई है।
श्रावस्ती के सभी कामगार भेजे गये वाहन से: डीएम
इस संबंध में जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने बताया कि महसी विधायक द्वारा कामगारो को बिना जांच व राशन किट के प्रकरण से अवगत कराये जाने के बाद जांच करवायी गयी। जिसमे सभी कामगार जनपद श्रावस्ती के पाये गये, जिन्हें प्रशासन द्वारा केडीसी में बनाये गये स्क्रीनिंग सेन्टर पर जांच के उपरान्त भोजन मुहैया कराया गया था। उन्होने बताया कि श्रावस्ती जनपद के सभी कामगारो को 2 वाहनो की मदद से श्रावस्ती जनपद भेज दिया गया है। वहीं विगत 9 से 12 मई तक 4 दिनो के अन्तराल में 10983 प्रवासी श्रमिको की स्क्रीनिंग करने के उपरान्त भोजन कराकर राशन किट उपलब्ध करायी गयी है।