गुजरात में कांग्रेस ने शुरू किया ‘रिजेक्ट ड्रग्स, रिजेक्ट भाजपा’ अभियान
गुजरात कांग्रेस ने ड्रग्स के बढ़ते प्रभाव पर लगाम लगाने के लिए एक अभियान की शुरुआत की है, जिसका नाम है ‘रिजेक्ट ड्रग, रिजेक्ट भाजपा’. दरअसल, गुजरात कांग्रेस ने प्रदेश में लगातार बढ़ रहे ड्रग माफियाओं को लेकर इस अभियान की शुरुआत की है.
कांग्रेस ने गुजरात में ड्रग माफियाओं को मिल रहे कथित “संरक्षण” को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला और पूछा कि क्या राज्य में कोई कानून-व्यवस्था है या नहीं. इसके साथ ही कांग्रेस ने गुजरात में बार-बार हो रही ड्रग्स की बरामदगी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि राज्य में ड्रग्स और शराब माफियाओं को कौन संरक्षण दे रहा है?
ड्रग्स के मुद्दे पर इंडियन नेशनल कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने गुजरात सरकार पर हमला बोला और कहा कि गुजरात में ड्रग्स खुलेआम उपलब्ध है. पान की दुकानों पर ड्रग्स लेने के लिए काम आने वाले सामान बेचे जा रहे हैं.
सुप्रिया श्रीनेत ने मुंद्रा (कच्छ) से सीज किए गए ड्रग्स के मामले को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि गुजरात में पिछले 5 साल में ढाई लाख करोड़ रुपये का ड्रग्स जब्त किया गया है. उन्होंने बताया, ‘गुजरात के बंदरगाहों पर बड़े पैमाने पर नशीले पदार्थ लाए जाते हैं. कच्छ के मुंद्रा से 25 हजार करोड़ रुपये के नशीले पदार्थ जब्त किए गए थे.’ ऐसे में कांग्रेस ने सवाल किया है कि बंदरगाह के मालिकों से अभी तक पूछताछ क्यों नहीं की गई है?
उन्होंने गुजरात सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘गुजरात के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है. गुजरात में एक ड्रग सिंडिकेट चल रहा है. जब गुजरात पोर्ट पर बड़े पैमाने पर ड्रग्स लाई जा रही है तो मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री या गृह मंत्री क्यों कुछ नहीं बोल रहे हैं. जब मुंद्रा से 25 हजार करोड़ का ड्रग्स जब्त किया गया तो गुजरात के गृह मंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए था. ये ड्रग्स पूरी पीढ़ी को बर्बाद कर रहा है. हमारा सवाल है कि ड्रग रैकेट पर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री चुप क्यों हैं? ड्रग सिंडिकेट बिना राजनीतिक साथ के काम नहीं कर सकते है. यह नेशनल सिक्योरिटी का मामला है. इस मामले में ईडी और अन्य एजेंसियों की आंखें क्यों बंद हैं? प्रेस वार्ता में सोशल मीडिया विभाग के राष्ट्रीय समन्वयक आभास भटनागर और गुजरात कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोषी भी मौजूद रहे.कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘गुजरात में क्या होता है, ये देश जानना चाहता है? कोई भी ड्रग सिंडिकेट राजनीतिक समर्थन के बिना नहीं चल सकता. इसलिए, ड्राई स्टेट को ड्रग स्टेट बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें.’ इसके साथ ही गुजरात कांग्रेस ने एंटी ड्रग कैपेंन से लोगों को जोड़ने के लिए एक टोल-फ्री नंबर 18001207840 की भी शुरुआत की है. कांग्रेस ने लोगों को इस अभियान से जुड़ने और गुजरात को फिर से नशा मुक्त राज्य बनाने का आग्रह किया है.