गठबंधन को बेताब नहीं है कांग्रेस: राजेश तिवारी
कांग्रेस की ओर आशा भरी निगाह से देख रही है प्रदेश की जनता: अजय कुमार लल्लू
लखनऊ ब्यूरो
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव राजेश तिवारी ने पत्रकार वार्ता में कहा कि उत्तर प्रदेश में चुनाव क़रीब हैं, कांग्रेस पार्टी सूबे के हालात से न सिर्फ़ चिंतित है, बल्कि नफ़रत और बदहाली के दलदल से इस प्रदेश को बाहर निकालने के लिए एक वृहत कार्ययोजना के साथ मैदान में है।
इसी के तहत उत्तर प्रदेश के सभी 75 ज़िलों और 403 विधानसभाओं में पहले दौर का प्रशिक्षण से पराक्रम अभियान चलाया गया। इस अभियान के ज़रिये अब तक 24 हज़ार कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है। किसी भी दल को गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी गठबंधन को आतुर है। कुछ राजनीतिक दल एसी हाल में बैठकर गोष्ठी कर रहे हैं। उनमें जमीन पर संघर्ष करने का माद्दा नहीं है। जबकि कांग्रेस लगातार सड़कों पर उतरकर योगी सरकार की विफलताओं और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ़ लगातार संघर्ष करती रही है।
उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का न्याय पंचायत के स्तर तक ढांचा खड़ा हो गया है जिसे बूथ स्तर तक ले जाने की तैयारी है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को वैचारिक सेना में तब्दील करने के उद्देश्य से चल रहे प्रशिक्षण अभियान के तहत कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को नये सिरे से कांग्रेस के इतिहास, उपलब्धियों और विचारधारा से लैस किया जा रहा है। साथ ही विपक्षी दलों की विफलताओं और उनकी रीति नीति की जानकारी दी जा रही है। कांग्रेस के कार्यकर्ता ज़मीनी स्तर पर सत्ता और विपक्ष होने का नाटक करने वाले दलों के हर जुमले और छल का जवाब देने में जुट गये हैं।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि यूपी के आगामी चुनाव को देखते हुए तमाम चुनावी पंडित कांग्रेस को कमज़ोर आँक रहे हैं, लेकिन या तो वे किसी एजेंडे के तहत जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं या फिर उन्हें कांग्रेस की व्यापक ज़मीनी तैयारियों की जानकारी नहीं है। यूपी की योगी सरकार ने आज सूबे का जो हाल किया है, वह किसी से छिपा नहीं है। भीषण महँगाई, बेरोज़गारी से लेकर बदहाल स्वास्थ्य और चिकित्सा व्यवस्था से जनता त्राहि-त्राहि कर रही है।
आजकल करोड़ों का विज्ञापन अभियान चलाकर योगी सरकार यूपी को नंबर वन प्रदेश बना देने का का ढिंढोरा पीट रही है, लेकिन महिला उत्पीड़न से लेकर दलित उत्पी़ड़न तक और बेरोज़गारी से लेकर किसानों की बदहाली तक के आँकड़े बताते हैं कि ये दावे न सिर्फ झूठे हैं बल्कि यूपी के नागरिकों को अपमानित करने वाले भी हैं। योगी सरकार के हर विभाग भ्रष्टाचार के नये कीर्तिमान बनाने में होड़ लेते नज़र आ रहे हैं। योगी राज में यूपी दरअसल बदहाली में नंबर वन बन गया है।
ऐसी सरकार से निजात दिलाने के लिए एक सचेत और संवेदनशील विपक्ष की ज़रूरत है, लेकिन अफ़सोस है कि ख़ुद को सत्ता का दावेदार बताने वाली सपा और बसपा जैसी पार्टियों ने अत्याचार और उत्पीड़न की महागाथा का विरोध करने के लिहाज़ से इतना भी नहीं किया कि किसी फ़ुटनोट पर भी ज़िक्र किया जा सके। जबकि कांग्रेस पार्टी लगातार सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करती, लाठी-जेल का जोखिम उठाती नज़र आयी।
अजय कुमार लल्लू ने कहा, कांग्रेस पार्टी का साफ़ मानना है कि यूपी की योगी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए सपा और बसपा कोई विकल्प नहीं हैं। यूपी के सभी वर्ग-समुदाय अब कांग्रेस की ओर आशा भरी निगाह से देख रहे हैं।