लखनऊ
आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय लखनऊ में आयोजित प्रेसवार्ता में युवा कांग्रेस द्वारा यंग इंडिया के बोल सीजन-2 राष्ट्रीय स्तरीय भाषण प्रतियोगिता का विमोचन किया गया।

इस अवसर पर कार्यक्रम का विमोचन करने आए युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता शान खान ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि ‘‘यंग इंडिया के बोल’’ केवल एक भाषण प्रतियोगिता नहीं हैं बल्कि यह अभिव्यक्ति का मंच है। जिस दौर में सरकार लोगों की बोलने की स्वतंत्रता छीनने का काम रही उस दौर में युवा कांग्रेस देश के युवाओं को अपनी आवाज बुलंद करने के लिए मंच व अवसर प्रदान कर रही हैं। आज देश में महंगाई, बेरोजगारी, बिगड़ी हुई अर्थव्यवस्था, सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण जैसे अनेकों ज्वलंत मुद्दे हैं परंतु सरकार अपनी विफलताओं एवं निकम्मेपन को छुपाने के लिए इन मुद्दों पर चर्चा व बहस करने के बजाय जनता को फिजूल के मुद्दों में उलझाकर उनका ध्यान भ्रमित करने का काम कर रही हैं। ऐसे में यह मंच देश के युवाओं की मुखर आवाज बनेगा। यह राहुल गांधी का ड्रीम प्रोजेक्ट हैं। देश के आम युवाओं के वक्तव्य कौशल को बढ़ावा देना व उन्हें राजनीति की मुख्यधारा से जोड़कर सहभागी लोकतंत्र को मजबूत बनाना इस कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य व उद्देश्य हैं।

इस अवसर पर युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव-प्रभारी उ0प्र0 तनु यादव ने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए युवाओं में मौजूदा चुनौतियांे से लड़ने की क्षमता विकसित होगी और वह उन चुनौतियों के बारे में मुखर होकर जनमानस के बीच अपनी बात रखेंगे। इससे समाज में लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी और आम जनमानस जनविरोधी सरकार की जनविरोधी नीतियों का जोरदार विरोध करेंगे।

इस मौके पर उ0प्र0 युवा कांग्रेस पूर्वी के अध्यक्ष कनिष्क पाण्डेय ने कहा कि युवा कांग्रेस द्वारा चलाये जा रहे ‘यंग इंडिया के बोल’ कार्यक्रम में युवाओं को अधिक से अधिक जोड़ने व इस प्लेटफार्म के जरिये युवाओं में उनकी सोच को उभारने का सबसे प्रभावशाली कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में युवाओं को उनकी क्षमता और दक्षता को आम जनमानस के बीच उजागर करने का न सिर्फ मौका मिल रहा है बल्कि इससे अतीत और वर्तमान के बीच जो लोकतंत्र को मजबूत करने की कड़ियां रही हैं उसे जानने और समझने का उत्कृष्ट मौका है। यह कार्यक्रम निःसंदेह युवाओं की बेहतरी के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होने कहा कि सभी युवाओं को इस कार्यक्रम को प्रभावशाली तरीके से आयोजित करने में अपनी भागीदारी निभानी चाहिए ताकि आज देश के सामने जो चुनौतियां हैं उसे युवा वर्ग समझ सके और उन चुनौतियों का सामना किया जा सके।