संयोगों के साथ पाकिस्तान फाइनल में
तौक़ीर सिद्दीक़ी
एक हफ्ता पहले जो टीम बैग पैक करके वतन वापस जाने की तैयारी कर रही हो, वो टीम फाइनल में पहुँचने वाली पहली टीम बन जाय, शायद यही क्रिकेट का रोमांच है, जहाँ कुछ भी हो सकता है. पाकिस्तान टीम ने आज नॉकआउट स्टेज में एक बार फिर न्यूज़ीलैण्ड को पीछे छोड़ दिया। बाबर सेना ने जो टी 20 विश्व कप 2022 की लड़ाई लगभग हार चुकी थी, थोड़ी किस्मत और बहुत सारी मेहनत के सहारे सारी भविष्यवाणियों को झूठा साबित करते हुए SCG से MCG का टिकट कटाया जहाँ फाइनल में उसका मुकाबला भारत या इंग्लैंड से 13 नवंबर को होगा।
पाकिस्तान के कप्तान बाबर आज़म ने साउथ अफ्रीका से मैच जीतने के बाद कहा था कि never say never और उनकी बात सच साबित हुई. उनके यह शब्द टीम के लिए ज़बरदस्त मोटिवेशन साबित हुए और टीम का खेल निखरता चला गया. कहते हैं बड़ा खिलाडी बड़े मैच का इंतज़ार करता है. बाबर आज़म और मोहम्मद रिज़वान जो इस टूर्नामेंट में बुरी तरह फ्लॉप थे विशेषकर बाबर आज़म जो आलोचनाओं का शिकार बने हुए थे, बिलकुल सही वक्त पर सामने आये और सेमीफाइनल में दोनों बल्लेबाज़ों ने अर्ध शतक जड़ दिए. कल पाकिस्तान के बैटिंग कोच मैथयू हेडेन ने कहा था कि सेमीफ़ाइनल में बाबर बड़ी पारी खेलेंगे। बाबर अपने कोच के भरोसे पर खरे उतरे। अबतक पूरे विश्व कप में टोटल 50 रन न बना पाने वाले बाबर ने आज के मैच में 53 रनों की पारी से फॉर्म में वापसी की. बाबर और रिज़वान की समय पर फॉर्म में वापसी फाइनल में विरोधी टीम के लिए एक बड़ी चिंता बनेगी।
बात बड़े खिलाडी की तो शाहीन आफरीदी भले ही चोट के बाद लम्बे समय बाद टीम में वापस आये लेकिन मैच दर मैच शाहीन एकबार फिर खतरनाक बनते जा रहे हैं. आज शाहीन ने काफी कुछ पुराने अंदाज़ में गेंदबाज़ी की और अपने पहले ही ओवर में फिन एलेन को आउट कर न्यूज़ीलैण्ड को ऐसा झटका दिया जिसकी रिकवरी कीवी टीम आगे न कर सकी और सिर्फ 152 रन ही बना सकी. सिडनी जैसी पिच पर 153 के लक्ष्य की रक्षा करने के लिए गेंदबाज़ी बहुत अच्छी करनी पड़ती है लेकिन पूरे टूर्नामेंट में नाकाम रहने वाली बाबर-रिज़वान की जोड़ी आज कुछ और ही इरादे से मैदान में आयी. स्लो बल्लेबाज़ी के लिए लगातार आलोचनाओं का शिकार इन दोनों बल्लेबाज़ों ने आज आते ही कीवी गेंदबाज़ों पर हमला बोल दिया। दोनों ने टी 20 क्रिकेट में 8वीं बार सौ रनों की साझेदारी की. पाकिस्तान का जब पहला विकेट बाबर के रूप में 13वे ओवर में 105 रनों पर गिरा तबतक मैच न्यूज़ीलैण्ड के हाथो से निकल चूका था. हालाँकि बाद में कीवी गेंदबाज़ों ने दो विकेट और हासिल किये लेकिन मोहम्मद हारिस ने एकबार फिर दिलेरी से 30 रनों की पारी खेलकर किसी तरह का रोमांच पैदा होने से स्थितियों को रोक दिया.
पाकिस्तान अब फाइनल में पहुँच चुकी है. इस टी 20 विश्व कप और 1992 के एकदिवसीय विश्व कप में समानताएं ढूंढी जा रही हैं, समानताएं हैं भी और एक नहीं बहुत सी हैं. इन समानताओं पर अलग से चर्चा करूंगा लेकिन एकबात की चर्चा अभी ज़रूर करूंगा। आज जब न्यूज़ीलैण्ड की टीम ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया तब 1992 की एक समानता और याद आ गयी. 1992 के विश्व कप में भी पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में कप्तान मार्टिन क्रो ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी की थी लेकिन मैच पाकिस्तान ने जीता था. आज भी वैसा ही हुआ, कीवी कप्तान विलियम्सन ने टॉस जीता और बल्लेबाज़ी की. अब देखते हैं कि पाकिस्तान का सामना फाइनल में किसके साथ होगा, 1992 में तो इंग्लैंड के साथ हुआ था, हालाँकि क्रिकेट के दीवाने भारत-पाकिस्तान के बीच फाइनल देखना चाहते हैं.