इंसान और कुत्तों का सह-अस्तित्व: एचएसआई/इंडिया ने लखनऊ में किया विशेष कार्यक्रम का आयोजन
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश (2 दिसंबर) – इस 2 दिसंबर को ह्यूमेन सोसाइटी इंटरनेशनल/इंडिया (एचएसआई/इंडिया) ने लखनऊ नगर निगम (एलएमसी) के साथ संयुक्त रूप से शुरू किए गए अपने ह्यूमेन स्ट्रीट डॉग मैनेजमेंट प्रोग्राम की चौथी वर्षगांठ मनाई। इस वार्षिक कार्यक्रम में इसके स्वयंसेवकों और समुदाय के सदस्यों के योगदान को याद किया गया। 2019 के बाद से इस कार्यक्रम के तहत लखनऊ में शहर की आवारा कुत्तों की कुल आबादी के 60% से अधिक की नसबंदी की गई है और रेबीज के खिलाफ अनुमानित 70,000 आवारा कुत्तों का टीकाकरण किया गया है।
इस कार्यक्रम में लगभग 400 लोगों ने शिरकत की। शहरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री अमृत अभिजात ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की अध्यक्षता की और शहरी विकास विभाग के विशेष सचिव डॉ. राजेंद्र पेंसिया और लखनऊ नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त डॉ. अरविंद राव भी इस कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के रूप में मौजूद थे।
आवारा कुत्तों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए एक अच्छी तरह से कार्यान्वित पशु जन्म नियंत्रण कार्यक्रम सबसे प्रशंसनीय समाधान है। उच्च मात्रा और उच्च गुणवत्ता वाली ह्यूमेन डॉग मैनेजमेंट प्रैक्टिसेज कुत्ते के काटने की घटनाओं को कम करने, कुत्तों के आपसी संघर्ष को कम करने और शहर को मनुष्यों व कुत्तों, दोनों के लिए सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। एचएसआई/इंडिया का विशेष रूप से विकसित स्मार्टफोन ऐप, शिकायत निवारण प्रणाली, विज्ञान-संचालित दृष्टिकोण, समुदाय के प्रति प्रतिबद्धता और स्वयंसेवी भागीदारी कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण कारक रहे हैं।
लखनऊ में कार्यक्रम द्वारा हासिल किए गए प्रभाव का एक महत्वपूर्ण प्रमाण शहर भर में पिल्लों और स्तनपान कराने वाली कुतियाओं की आबादी में गिरावट है, जिसके परिणामस्वरूप कुत्तों की आबादी में स्थिरता का संकेत मिलता है। दिसंबर 2019 में लखनऊ में सर्वेक्षण किए गए कुत्तों की आबादी में 7.8% पिल्ले और 12.7% स्तनपान कराने वाली कुतियाएं शामिल थीं। जून 2023 तक यह अनुपात काफी कम होकर पिल्लों के लिए 5.1% और स्तनपान कराने वाली कुतियाओं के लिए 2.2% हो गया है।
एचएसआई/इंडिया में कंपेनियन एनिमल्स एंड एंगेजमेंट डिपार्टमेंट के वरिष्ठ निदेशक केरेन नजारेथ ने कहा: “लोगों और जानवरों के लिए पर्यावरण में सुधार केवल सकारात्मक व भावुक साझेदारी के माध्यम से किया जा सकता है। हमने यह लखनऊ में एलएमसी में देखा है। हममें आवारा कुत्तों और लोगों के लिए शहर को बेहतर बनाने की दृढ़ इच्छाशक्ति है। लखनऊ में हमें आवारा कुत्तों की देखभाल करने, उनकी जिम्मेदारी लेने या उन्हें देखने के तरीके को बदलने के लिए अद्भुत समर्थक मिले हैं।”
कार्यक्रम के दौरान स्ट्रीट डॉग प्रोग्राम की सराहना करते हुए शहरी विकास विभाग के प्रधान सचिव श्री अमृत अभिजात ने कहा: “कुत्तों के लिए शहर भर से इतने सारे लोगों को यहां देखना आश्चर्यजनक है। मैं इस समुदाय का हिस्सा बनकर और यहां आकर बहुत ही खुश हूं। उत्तर प्रदेश सरकार आवारा कुत्तों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में अच्छा काम कर रही है और लखनऊ शहर के आकार को देखते हुए हम यहां जल्द ही एक दूसरा केंद्र शुरू करने की योजना बना रहे हैं। राज्य भर में पंद्रह और केंद्र खोले जाने हैं। एचएसआई/इंडिया और सभी स्वयंसेवकों को बहुत-बहुत बधाई। यह अद्भुत कार्य है।”
“प्रमुख उद्देश्य कुत्तों के साथ शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व में रहना है। इससे पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी। यह हमारी संस्कृति, विरासत और हम कौन हैं, इसका एक हिस्सा है।” शहरी विकास विभाग के विशेष सचिव डॉ. राजेन्द्र पेंसिया ने कहा।