मसीही समाज ने आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में शानदार कार्य किया: शिवपाल यादव
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जंगल के अथाह विस्तार में जहां ठीक से रोशनी भी नहीं पहुंच पाती है, सरकारी योजनाओं और सुविधा की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। ऐसी जगहों पर मसीही समाज और मिशनरी संस्थाएं कार्य कर रही हैं।अपने सेवा कार्यों से मसीही समाज ने भारत में एक विशिष्ट मुकाम हासिल किया है।
उक्त बातें प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ( लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने प्रसपा कैम्प कार्यालय में आयोजित विशाल मसीही समागम में कहीं। शिवपाल यादव ने पूरे प्रदेश व देश के विभिन्न हिस्सों से आए इसाई धर्म गुरुओं को संबोधित करते हुए कहा कि मसीही समाज ने भारतीय ग्रामीण क्षेत्रों विशेषकर आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में शानदार कार्य किया है।
शिवपाल यादव ने कहा कि ईसाई संगठनों के खिलाफ भाजपा की सरकार पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर दमनकारी और पक्षपात पूर्ण रवैया अपना रही है। ईसाईयों को उनकी आस्था को लेकर निशाने पर लिया जा रहा है।
शिवपाल यादव ने कहा कि छत्तीसगढ़ , झारखंड , उड़ीसा जैसे राज्यों में बहुत से बच्चों के जीवन में स्कूल शिक्षा मसीही समाज की बदौलत ही हो पाई है। उत्तर प्रदेश में भी कुशीनगर, गोरखपुर और सुदूर नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र में जो अत्यंत रिमोट और पिछड़े क्षेत्र में हैं, वहां भी आप कार्य कर रहे हैं। करुणा , दया और सेवा ईसाई समाज के महत्वपूर्ण गुण हैं।
भारतीय मसीही समाज को एक खास बात यह है कि यह समाज अपनी विशिष्ट आस्था के बावजूद सांस्कृतिक रूप से शुद्ध भारतीय है।
कार्यक्रम को संयोजक डॉ दीप्ति भटनागर मैसी, अमेरिका से आए आचार्य विकास मैसी,उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट पंडित अश्विनी मुद्गल, प्रसपा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सुंदर लाल लोधी भारतीय मसीही समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पास्टर देवेंद्र शर्मा, भारतीय मसीही समाज के राष्ट्रीय संयोजक थामसन थामस, भारतीय मसीही समाज के सचिव पास्टर शरद श्रीवास्तव ने भी सम्बोधित किया।