क़ुरआन पाक हिफ़्ज़ करने वाले बच्चे IAS की तैयारी करें: सय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी
सुल्तानपुर में जश्ने दस्तार-ए-हिफ़्ज़ के मौक़ै पर उलमा मशाइख़ बोर्ड अध्यक्ष का खुसूसी ख़िताब
सुल्तानपुर, उमरपुर, बांका
मदरसा अरबिया अशरफिया मुख्तारुल उलूम व उर्स कमेटी हुज़ूर मख़्दूम सय्यद हुसैन दुमड़ी शाह सुल्तानपुर, उमरपुर, जिला बांका बिहार की तरफ से उर्स मुक़द्द्स व जश्ने दस्तार-ए-हिफ़्ज़ प्रोग्राम का आयोजन हुआ जिसमें आल इंडिया उलमा व मशाइख़ बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एंव वर्ल्ड सूफी फोरम व ग़ौसुल आलम मेमोरियल एजुकेशनल सोसाइटी के चेयरमैन हुज़ूर अशरफ़े मिल्ल्त हज़रत सय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने खुसूसी मेहमान के तौर पर शिरकत की।
हज़रत ने क़ुरआन मजीद हिफ़्ज़ करने वाले हुफ़्फ़ाज़-ए-किराम की दस्तार बंदी की और उन्हें दुआओं से नवाज़ा। हज़रत ने उन्हें नसीहत करते हुए कहा कि सिर्फ हिफ़्ज़ कर लेना कमाल नहीं है बल्कि क़ुरआन मजीद को अपने सीने में मेहफूज़ करने के साथ अल्लाह के कलाम की तालीमात पर अमल करना और दूसरों तक ईमानदारी के साथ पहुँचाना ज़रूरी है तभी आप सहीह माने में हक़ अदा कर पाओगे। हज़रत ने बच्चों के वालेदैन से गुज़ारिश की कि बच्चों की तालीम को जारी रखते हुए उन्हें सिविल सर्विसेज़ की तैयारी करवाएं जिससे क़ौम व मुल्क की खिदमत कर सकें।
प्रोग्राम में ख़ानक़ाह आलिया शहबाज़िया मलाचक शरीफ भागलपुर से हज़रत सय्यद शाह मोहम्मद एहरार आलम शहबाज़ी अल बुखारी, मौलाना अजीमुद्दीन ने भी ख़िताब फ़रमाया। हाफ़िज़ मोहम्मद शमशेर रज़ा अशरफी ने निज़ामत के फ़राइज़ अंजाम दिए और हाफ़िज़ व क़ारी मोहम्मद आलमगीर अशरफी ने तिलावत फ़रमाई, जनाब उस्मान ग़नी दार्जलिंग, जनाब ग़ुलाम रब्बानी दुमका और हाफ़िज़ मोहम्मद शाहनवाज़ अशरफी ने नात शरीफ पेश कीं।
मदरसा अरबिया अशरफिया मुख्तारुल उलूम के सदर हाफ़िज़ मोहम्मद इस्माईल हुसैन की हिमायत में हाफ़िज़ मोहम्मद साकिब इब्ने मोहम्मद मुबारक, हाफ़िज़ शबर हसन इब्ने मोहम्मद मुनव्वर, हाफ़िज़ मोहम्मद दानिश इब्ने मोहम्मद इरफ़ान और हाफ़िज़ मोहम्मद शब्बीर इब्ने मोहम्मद शरफुद्दीन मरहूम को दस्तार-ए-हिफ़्ज़ से नवाज़ा गया।
मौलाना इफ़्तेख़ार अशरफी, मौलाना हम्माद अशरफी, मौलाना मोहसिन, मौलाना इश्तियाक़ अशरफी, हाफ़िज़ ग़ुलाम समनानी, मौलाना खुर्शीद, हाफ़िज़ असीरुद्दीन अशरफी मौलाना मुजाहिद, हाफ़िज़ ततहीर, मौलाना रेहमत, हाफ़िज़ शहाबुद्दीन, मौलाना दानिश अनवर अलीमी, हाफ़िज़ फ़याज़, मौलाना सरफ़राज़, हाफ़िज़ सद्दाम, हाफ़िज़ अयाज़, हाफ़िज़ नूरानी, हाफ़िज़ अब्दुल वाहिद, मुफ़्ती दाऊद, हाफ़िज़ ग़ुलाम मुस्तफा, हाफ़िज़ शौकत, मौलाना मोहसिन बल्लू, नायाब, इंतेखाब, अजमल और सुल्तानपुर, उमरपुर, बांका, भागलपुर के दीगर उलमा, आइम्मा व हुफ़्फ़ाज़-ए-किराम और अवाम ने प्रोग्राम में शिरकत।