बच्चों के हाथों में छाले नहीं, कलम और किताब होनी चाहिए: इनिशिएटिव फाउण्डेशन
लखनऊः विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर इनिशिएटिव फाउण्डेशन और एक्शनएड की संयुक्त तत्वावधान में आज आरडीएसओ मानकनगर,लखनऊ में कोविड सुरक्षा किट वितरण और जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ।
इनिशिएटिव फाउंडेशन इंडिया के संस्थापक और निदेशक अमित ने विश्व बाल श्रम निषेध दिवस का इतिहास बताते हुए कहा की हर किसी के लिए यह बहुत ज़रूरी है कि बच्चों से उनके सपने को ना छीने, उनके हाथों में छाले नहीं, कलम और किताब होनी चाहिए। बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं और इन्हें बाल श्रम करने से रोकना हम सबका फ़र्ज़ है।
उन्होंने कहा की इस समय पूरी दुनिया कोविड 19 महामारी से प्रभावित हैं और कोविड-19 महामारी के फैलने के कारण कई देशों में लॉकडाउन की स्थिति उत्पन्न हुई, जिसमें सबसे ज्यादा बच्चों की जिंदगी प्रभावित हुई है। मौजूदा समय में गरीब बच्चे सबसे अधिक हिंसा और शोषण का शिकार हो रहे हैं। छोटे-छोटे गरीब बच्चे बाल-श्रम हेतु मजबूर हैं। उन्होंने बताया की इनिशिएटिव फाउंडेशन गरीब बच्चों को उनके अधिकार दिलाने के लिए अपने सहयोगी संगठनों के साथ मिलकर समाज में जागरुकता लाने का प्रयास कर रहीं हैं, ताकि बच्चे अपने सपनों और बचपन को ना खोएं।
एक्शन एड से जुड़े नासिर अली ने बच्चों को शिक्षा से जोडने और बाल शर्म से मुक्त करने पर जोर दिया, उन्होंने कहा की कोरोना महामारी के चलते बच्चों की शिक्षा पर बहुत बुरा असर पडा, तो वही बालश्रम की ओर जाने की आशंका भी बढ़ी है। महामारी ने सभी को प्रभावित किया हैं, परन्तु हासिये पर जीवन व्यतीत करने वाले परिवार जो पहले से ही आर्थिक सामाजिक पीड़ा में हैं उनके बच्चों का जीवन अब और कष्टमय हो गया हैं, इसकी आशंका हैं की शायद अब उन बच्चों का वापस आना मुश्किल हैं. अब हम सबको सरकार के व अन्य सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से समुदाय के बच्चों का सहयोग करना होगा.
उपरोक्त कार्यक्रम को कल्पना, अनीता, पूजा, अनु, सूरज, जितेन्द्र, आदि ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम में सैकड़ों बच्चो को कोविड सुरक्षा किट का वितरण किया गया.