चेन्नई टेस्ट: भारत को जीत के लिए 90 ओवरों में चाहिए 381 रन, 9 विकेट हाथ में
चेन्नई: ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 61 रन पर छह विकेट लेकर इंग्लैंड को पहले क्रिकेट टेस्ट मैच के चौथे दिन सोमवार को दूसरी पारी में 178 रन पर समेट दिया जिससे भारत को यह मुकाबला जीतने के लिए 420 रन का मुश्किल लक्ष्य मिला है। भारत ने लक्ष्य का पीछा करते हुए स्टंप्स तक एक विकेट खोकर 39 रन बना लिए हैं और उसे जीतने के लिए मैच के आखिरी दिन 90 ओवर में 381 रन बनाने हैं।
इंग्लैंड ने पहली पारी में 578 रन का विशाल स्कोर बनाया जबकि भारत ने चौथे दिन छह विकेट पर 257 रन से आगे खेलना शुरू किया और उसकी पहली पारी 337 रन पर समाप्त हुई। इंग्लैंड को पहली पारी में 241 रन की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल हुई। इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 178 रन बनाये और उसने भारत के सामने 420 रन का मुश्किल लक्ष्य रख दिया।
भारत ने पहले दिन के खेल की समाप्ति तक 13 ओवर में एक विकेट खोकर 39 रन बना लिए। रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने तेज शुरुआत की और पहले विकेट के लिए 25 रन जोड़े। गिल के पहले तीन स्कोरिंग शॉट चौके थे। उन्होंने अपने तीनों चौके लेफ्ट आर्म स्पिनर जैक लीच पर मारे। रोहित ने पांचवें ओवर में तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर पर चौका और छक्का लगाया लेकिन अगले ओवर में वह लीच की बेहतरीन गेंद पर बोल्ड हो गए। रोहित फॉरवर्ड डिफेंस के लिए गए लेकिन गेंद ने टर्न लिया और उनके बल्ले के पास से निकलते हुए ऑफ स्टंप से जा टकराई। रोहित ने 20 गेंदों पर एक चौके और एक छक्के की मदद से 12 रन बनाये।
पहला विकेट गिरने के बाद गिल और चेतेश्वर पुजारा ने दिन का शेष खेल सुरक्षित निकाल लिया। स्टंप्स के समय गिल 35 गेंदों पर तीन चौकों के सहारे 15 रन और पुजारा 23 गेंदों में एक चौके की मदद से 12 रन बनाकर क्रीज पर हैं।
इससे पहले अश्विन ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में गेंदबाजी करने की शुरुआत की और टर्न तथा उछाल लेती पिच का फायदा उठाते हुए 17.3 ओवर में 61 रन पर छह विकेट लेकर इंग्लैंड को 46.3 ओवर में 178 रन पर समेट दिया। अश्विन ने इस तरह 28वीं बार पारी में पांच विकेट लिए। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ चौथी बार पारी में पांच विकेट और चेन्नई में तीसरी बार पारी में पांच विकेट लिए। अश्विन ने इस तरह मैच में नौ विकेट पूरे किये। उन्होंने पहली पारी में तीन विकेट लिए थे।
लेफ्ट आर्म स्पिनर शाहबाज नदीम ने 15 ओवर में 66 रन पर दो विकेट, तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने सात ओवर में 24 रन पर एक विकेट और जसप्रीत बुमराह ने छह ओवर में 26 रन पर एक विकेट लिया। इशांत दूसरी पारी में डेनियल लॉरेंस का विकेट लेने के साथ ही 300 टेस्ट विकेट लेने वाले छठे भारतीय गेंदबाज बन गए। वह भारत की तरफ से यह उपलब्धि हासिल करने वाले तीसरे तेज गेंदबाज बन गए।
इंग्लैंड की दूसरी पारी में कप्तान जो रुट ने सर्वाधिक 40 रन बनाये। रुट ने 32 गेंदों की पारी में सात चौके लगाए। रुट ने पहली पारी में 218 रन की शानदार पारी खेली थी। रुट का यह 100वां टेस्ट है और इस मैच में उन्होंने कुल 258 रन बनाये।
ओली पोप ने 28, डोमिनिक बेस ने 25, जोस बटलर ने 24, डोमिनिक सिब्ले ने 16 और डेनियल लॉरेंस ने 18 रन का योगदान दिया। ओपनर रोरी बर्न्स का खाता नहीं खुला जबकि बेन स्टोक्स ने सात रन बनाये। इंग्लैंड के आखिरी चार विकेट मात्र 13 रन जोड़कर गिरे और उसकी दूसरी पारी आखिरी सत्र में 178 रन पर सिमट गयी। जैक लीच आठ रन पर नाबाद रहे।
अश्विन ने दूसरी पारी में गेंदबाजी की शुरुआत की और पहली ही गेंद पर बर्न्स को अजिंक्या रहाणे के हाथों कैच करा दिया। अश्विन ने फिर सिब्ले, स्टोक्स, बेस, जोफ्रा आर्चर और जेम्स एंडरसन के विकेट लिए। नदीम ने पोप और बटलर को आउट किया जबकि इशांत ने लॉरेंस और बुमराह ने कप्तान रुट का बेशकीमती विकेट लिया। बुमराह ने रुट को पगबाधा किया।
इससे पहले भारत ने सुबह छह विकेट पर 257 रन से आगे खेलना शुरू किया। वाशिंगटन सुंदर ने 33 रन और रविचंद्रन अश्विन ने आठ रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। भारत की पहली पारी 95.5 ओवर में 337 रन पर जाकर समाप्त हुई।
सुंदर 138 गेंदों पर 12 चौकों और दो छक्कों की मदद से 85 रन बनाकर नाबाद रहे। उनके पास कोई जोड़ीदार नहीं बचा कि वह अपना शतक पूरा कर पाते। अश्विन ने 91 गेंदों में तीन चौकों और एक छक्के के सहारे 31 रन बनाये। भारत के पुछल्ले बल्लेबाज ज्यादा योगदान नहीं दे पाए और जल्दी-जल्दी आउट हो गए।
शाहबाज नदीम और जसप्रीत बुमराह का खाता नहीं खुला जबकि इशांत शर्मा ने चार रन बनाये। सुंदर और अश्विन ने सातवें विकेट के लिए 80 रन की साझेदारी की। भारत ने आखिरी चार विकेट 32 रन जोड़कर गंवाए।
इंग्लैंड की तरफ से ऑफ स्पिनर बेस ने 76 रन पर चार विकेट लिए जबकि एंडरसन, आर्चर और जैक लीच ने दो-दो विकेट लिए।