किसानों के साथ क्रूर व्यवहार कर रही है केंद्र की अहंकारी सरकार: अजय कुमार लल्लू
लखनऊ: किसान कांग्रेस उत्तर प्रदेश पूर्वी जोन के पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों की प्रथम बैठक आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में किसान कांग्रेस उ0प्र0 पूर्वी जोन के अध्यक्ष श्री सुयशमणि त्रिपाठी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी मौजूद रहे।
बैठक को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि आज देश का अन्नदाता अपनी मांगों को लेकर इस भीषण ठण्ड और बारिश में दिल्ली सीमा की सड़कों पर उतरकर आन्दोलनरत है। दुःख की बात है कि सरकार उनकी जायज मांगों को अनदेखा कर रही है और किसानों के साथ क्रूर व्यवहार कर रही है। किसान लगातार अपनी जान गवां रहे है , 50 से अधिक किसानों की दुःखद मौत हो चुकी है, कई किसान तीनों काले कृषि कानूनों के विरोध में आत्महत्या जैसा कदम उठा रहे हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार के मंत्री और खुद प्रधानमंत्री के मुंह से सांत्वना का एक शब्द भी नहीं निकला है। आजादी के बाद यह पहली अहंकारी सरकार है जिसे अन्नदाताओं की पीड़ा और संघर्ष नहीं दिख रही है। उन्होने किसान कांग्रेस के पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों को किसानों के हितों को लेकर सड़क पर संघर्ष करने का आवाहन किया।
बैठक को सम्बोधित करते हुए किसान कांग्रेस उत्तर प्रदेश पूर्वी जोन के अध्यक्ष श्री सुयशमणि त्रिपाठी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अन्नदाता के हितों के लिए सदैव संघर्ष करती रही है और आने वाले दिनों में किसानों की समस्याओं केा लेकर किसान कांग्रेस जोरदार आन्दोलन करेगी। उन्होने कहा कि सभी पदाधिकारियों को मिलजुलकर जिला अध्यक्षों से समन्वय बनाकर ब्लाक स्तर तक किसान कांग्रेस के संगठन को खड़ा करना है और यह कार्य 25 जनवरी तक पूरा करना है। उन्होने कहा कि योगी सरकार की किसान विरोधी नीतियों को अन्नदाता समझ चुका है। दो गुनी आय करने का वादा हो, गन्ना किसानों के बकाये भुगतान और भुगतान न हो पाने पर ब्याज सहित भुगतान करने का वादा हो, भाजपा सरकार के सभी वादे सिर्फ हवाहवाई और जुमले साबित हो रहे हैं। उन्होने कहा कि योगी सरकार की किसान विरोधी नीतियों और रवैये के चलते किसानों को अपनी उपज बिचैलियों के हाथों औने-पौने दामों में बेंचना पड़ रहा है। पूर्वी उ0प्र0 में धान की खरीद समुचित तरीके से न हो पाने से किसानों में आक्रोश है। आने वाले समय में अन्नदाता किसान जुमलेबाज भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकेगी।