कितनी खुशरंग मेरे हिंद की सूरत होती, जितनी नफ़रत है अगर उतनी मोहब्बत होती
बज्मे अरबाब ए सुखन ने किया मुशायरा और सम्मान समारोह का आयोजन फहीम सिद्दीकी फतेहपुर बाराबंकी।कल रात बज्मे अरबाब ए सुखन द्वारा मुशायरा एवं सम्मान समारोह का आयोजन मस्तान रोड पर किया