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सुर्ख़ फूल पलाश के…

-फ़िरदौस ख़ान सुर्ख़ फूल पलाश के, जब खिलते हैं तो फ़िज़ा सिंदूरी हो जाती है. पेड़ की शाख़ें दहकने लगती हैं और पेड़ के नीचे ज़मीन पर...
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स्वामी विवेकानन्द के सपनों का भारत बनाने के लिए कर्तव्यबोध की आवश्यकता

डॉ हरनाम सिंह विश्व का सबसे प्राचीन देश भारत जहाँ असंख्य महापुरूषों ने समय-समय पर जन्म लेकर दुनियाँ की उन्नति और सभी...
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स्वर्णों को दस% आरक्षण: पैंट गीली होने पर आरक्षण रूपी डाइपर पहनने से क्या लाभ होगा ?

लोकसभा संग्राम 48– लखनऊ से तौसीफ़ क़ुरैशी राज्य मुख्यालय लखनऊ।लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में महा...
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‘स्वयं के साथ प्रतिस्पर्धा’ करके सर्वोच्च शिखर की ओर आगे बढ़े!

- प्रदीप कुमार सिंह लेखक एवं समाजसेवी, लखनऊ आज का युग घोर प्रतिस्पर्धा का युग है। विश्व के हर क्षेत्र में एक-दूसरे से आगे...
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लोकसभा संग्राम 48–एससी /एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले को बदलने से नाराज़ स्वर्णों को मनाने का प्रयास

लखनऊ से तौसीफ़ क़ुरैशी राज्य मुख्यालय लखनऊ।चुनाव रणभेरी बजने में अभी कुछ समय बचा है इस लिए केन्द्र की मोदी सरकार चुनावी मोड़...
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लोकसभा संग्राम 47–बुआ और बबुआ में इन सीटों पर लड़ने की हुई तैयारी

लखनऊ से तौसीफ़ क़ुरैशी राज्य मुख्यालय लखनऊ।जैसे क़यास लगाए जा रहे थे कि लोकसभा चुनाव बसपा-सपा साथ मिलकर लड़ेंगे उन क़यासों...
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लोकसभा संग्राम 46–चौकीदार ही चोर है राफ़ेल पर जेपीसी से भागना संसद में जवाब देने से भागना?

लखनऊ से तौसीफ़ क़ुरैशी राज्य मुख्यालय लखनऊ।2014 के लोकसभा चुनाव में यह नारा आम हो गया था कि अच्छे दिन आएँगे इस नारा का किसी...
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लोकसभा संग्राम 45–क्या 2014 में दिखाए गए किसी भी सपने को साकार नही कर पाए प्रधान सेवक

लखनऊ से तौसीफ़ क़ुरैशी राज्य मुख्यालय लखनऊ।झूठ बोलकर जो करता है मुतमईन सबको वह झूट बोलकर खुद मुतमईन नही होता शायद ये...