विजय कुमार पाण्डेय भारत का संविधान सामजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक सन्दर्भों में अतीत की आधारशिला पर वर्तमान के परिष्कार, परिवर्धन, परिवर्तन और नवीन जीवन मूल्यों पर भविष्य की दिशा निर्धारण का
वी के पांडेय देश का प्रधानमंत्री जब बोले तो उसे सुनना चाहिए l केवल सुनने से काम नहीं चलेगा, उसे गंभीरता से सुनकर अमल में भी लाना चाहिए l लेकिन बड़ा सवाल
लाल बहादुर सिंह कोरोना का दौर सचमुच दुनिया को पूरी तरह बदल रहा है, स्वयं वह महामारी ही नहीं, वरन जिस तरह शासक उससे निपट रहे हैं। सरकारी सूत्रों के हवाले से
ज़ीनत क़िदवाई अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प अपनी ताक़त व सत्ता के नशे में दुनिया भर में अपनी शक्तिप्रदर्शन में लगे हैं लेकिन उनका अपना देश उनसे नहीं संभाल रहा है | कोरोना के
राजेश सचान युवा मंच उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के एक लाख बेड तैयार कर लेने को महामारी के खिलाफ बड़ी तैयारी के बतौर प्रचारित किया जा रहा है। कोविड महामारी से निपटने
नितिन चौधरी प्रसिद्ध दार्शनिक जाॅन राल्स ने अपनी कृति ‘A Theory of Justice’ में यह माना है कि ‘न्याय सामाजिक संस्थाओं का प्रथम एवं प्रधान सद्गुण है अर्थात सभी सामाजिक संस्थाएँ न्याय
राजेश सचान, युवा मंच उत्तर प्रदेश में योगी सरकार नागरिक अधिकारों पर हमला पहले से ही करती आयी है, इसमें कोई सानी नहीं है। जो योगी जी बोलते हैं वही कानून बन
-राजेश सचान, युवा मंच कोराना संकट से निपटने के लिए योगी माडल को प्रोजेक्ट किया जा रहा है। संकट को अवसर में बदलने के संकल्प की बात मुख्यमंत्री कर रहे हैं। प्रवासी