Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

जनसेवा और सत्ता

एन. सिंह सेंगर धन-वैभव का लाभ छोडकर जन-कल्याण के लिए सर्वस्व त्यागना भारतीय संस्कृति का मूल आधार है। बर्बर के पंजे या भंवर-दलदल या दरिद्रता कुचक्र में फंसे और जीवन की मूलभूत
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

UAE-ISRAEL डील विश्वासघात का चरम है

अरब जगत के विख्यात लेखक व टीकाकार अब्दुल बारी अतवान ने प्रसिद्ध अरबी भाषी समाचार पत्र रायुल यौम में अपने संपादकीय में लिखे लेख में संयुक्त अरब इमारात और इस्राईल के बीच
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

UAE-इजराइल समझौते में छिपा ट्रम्प का चुनावी प्लान

हालांकि इस्लामी जगत के लिए इमारात की ओर से अपने ही ख़िलाफ़ गोल करना अप्रत्याशित नहीं था लेकिन उसका यह क़दम इस समय ट्रम्प के लिए सबसे बड़ा तोहफ़ा है कि वे
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

ट्रम्प के आगे झुका UAE, इजराइल से स्थापित करेगा राजनयिक सम्बन्ध

वाशिंगटन: संयुक्त अरब अमीरात और इज़राइल ने गुरुवार को उस समझौते के तहत पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित करने पर सहमति जतायी जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभायी गई है.
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

तौहीने रिसालत की सजा के लिए आलमी कानून बनाया जाए

डॉक्टर मुहम्मद नजीब क़ासमी 11 अगस्त 2020 को बंगलोर के डीजे हल्ली, पलीकेशी नगर के कांग्रेसी एम एल ए “अखंडा श्रीनिवास मूर्ति” के निकट सम्बन्धी “पी नवीन” ने फेसबुक पर आखरी नबी
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

क्या होगा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारे का? जब इनकी सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध ही न हो!

अशोक भाटिया अखबारों की सुर्खियों पर नजर डालें तो हर रोज कोई न कोई लड़की शोहदों की छेड़खानी से त्रस्त होकर आत्महत्या कर लेती है। कहीं बलात्कार हो रहे हैं तो कहीं
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

शायरी को शमशीर बनाके चला गया “राहत”

तौसीफ कुरैशी 1 जनवरी 1950 को इंदौर में जन्मे राहत क़ुरैशी इंदौरी ने लगभग 16 वर्षों से अधिक उर्दू साहित्य को इंदौर विश्वविद्यालय में पढ़ाया।उनके 6 से अधिक ग़ज़ल संग्रह प्रकाशित हुए।
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

एक सदमा है ऐ “राहत” यूँ गुज़रना तेरा

ज़ीनत सिद्दीक़ी आज अचानक राहत साहब के यू गुज़र जाने पर उनके तमाम आशिक सदमे में हैं. किसी को यकीन नहीं हो रहा कि महफिलों और मुशायरों की कई सालों तक रौनक
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

क़ज़ाक़िस्तान: एक ऐसा इस्लामी देश, जो आजतक किसी समस्या में नहीं फंसा

ज़रा सोचें दुनिया में कौन सा वह इस्लामी देश है जहां आर्थिक, राजनीतिक, तथा आतंरिक व अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में स्थिरता पायी जाती हो? अगर आप दुनिया का नक्शा उठा कर
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

सबके राम फिर कांग्रेस में क्यों संग्राम ?

अशोक भाटिया अयोध्या में भूमि पूजन पर कांग्रेस की तरफ से मुख्य तौर पर तीन तरह की बातें सामने आयीं. एक कमलनाथ का भगवाधारी होकर राम मंदिर निर्माण के श्रेय में राजीव