आंदोलन कर रहे किसानों से सरकार की बात नहीं बन पा रही है। केंद्र और किसान नेताओं के बीच नए कृषि संबंधी कानूनों को लेकर शुक्रवार को 11वें दौर की वार्ता भी
जो बाइडन ने आख़िरकार एक विवादित और बहुचर्चित चुनाव के बाद अमरीका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण कर ली। उन्होंने अपने राष्ट्रपति काल के आरंभिक भाषण में दो अहम
-एस आर दारापुरी, राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा गत वर्ष पारित उत्तर प्रदेश धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध कानून 2020 न केवल अल्पसंख्यक बल्कि घोर दलित विरोधी
तौसीफ कुरैशी राज्य मुख्यालय लखनऊ।उत्तर प्रदेश में वैसे तो विधानसभा चुनाव में एक साल से अधिक का समय है लेकिन यूपी की सियासत अभी से गर्म होने लगी हैं। उत्तर प्रदेश में
आतंक की फैक्टरी, पाकिस्तान में एक बार फिर हज़ारा मुस्लिमो का कत्लेआम हुआ । हर दो चार महीनों में एक खबर आती है कि आतंकियों ने हज़ारा समुदाय के निर्दोष लोगों की
लखनऊ से तौसीफ़ क़ुरैशी राज्य मुख्यालय लखनऊ। देखा जाए तो इस महीने में होने वाली बारिश की एक-एक बूँद को खुदा का इनाम माना जाता है और वास्तव में है भी क्योंकि
तीनों कृषि क़ानूनों को लेकर सरकार और किसानों के बीच बैठकों का दौर जारी है और आगे भी जारी रहेगा क्योंकि किन्ही मजबूरियों के चलते सरकार का रुख अड़ियल है तो अपने
राजेश सचान किसान आंदोलन के 38 वें दिन कल सुबह गाजीपुर बार्डर में प्रदर्शन स्थल से एक किसान द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने की विचलित करने वाली खबर आयी है। अब तक