Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

पत्रकारों के अदना से चुनाव में कोरोना का यह रूप तो पंचायत चुनाव में कितना भयावह होगा?

नवेद शिकोह पहले से भी खतरनाक सूरत में कोरोना रिटर्न हो चुका है। करीब आठ सौ लोगों की सहभागिता वाला उ.प्र.राज्य मुख्यालय संवाददाता समिति का चुनाव करवाकर पत्रकार झेल रहे हैं। पछता
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

तुम्हारी सियासत ने हमारा प्रमोद छीन लिया !

नवेद शिकोह सियासत किसी की नहीं होती, सबसे क़ीमती ज़िन्दगी की भी नहीं। सियासत का नशा बुद्धीजीवियों की भी बुद्धि भ्रष्ट कर देता है। हुकुमते हों या बड़े-बड़े राजनीतिक दल, बड़े-बड़े राजनेता
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

इबादतों, मुनाजातों और दुआओं की ख़ुसूसी रात शबे-बराअत

मोहम्मद आरिफ नगरामी माहे शाबान की हर शब और हर दिन बड़ा मुकद्स और मताबर्रिक है लेकिन इसी 15वीं शब मुबारक तरीन शब है इस शब को आम बोल चाल में ‘‘शबे
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

किसान आंदोलन से हर रोज़ गिरता मोदी की भाजपा का ग्राफ़

लखनऊ से तौसीफ़ क़ुरैशी राज्य मुख्यालय लखनऊ।किसान आंदोलन के सामने मजबूर नज़र आ रही हैं मोदी की भाजपा।2014 के लोकसभा चुनाव में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को आगे कर चुनाव में
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

पवित्र कुरान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

मासूम मुरादाबादी पवित्र कुरान के खिलाफ एक अभिशापित विरोध ने इस्लामिक भारत की भावनाओं को बुरी तरह कमजोर कर दिया है । सबको पता है कुरान अल्लाह का शब्द है और दुनिया
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

क्यों हुई भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी

बलिदान दिवस 23 मार्च पर विशेष दीवान सुशील पुरी जालियां वाला बाग हत्याकांड के बाद भगत सिंह ने रक्त से रंगी धरती पर कसम खाई थी कि ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आजादी
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

योगी राज में आदिवासी/वनवासी झेल रहे हैं बेदखली का दंश

एस आर दारापुरी , राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट उत्तर प्रदेश में आदिवासियों (अनुसूचित जनजाति) की आबादी 11.35 लाख है जिनमें से 80% भूमिहीन हैं। इसी लिए आदिवासियों के सशक्तिकरण हेतु
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

रोज़गार में कमी पर योगी सरकार का रिपोर्ट कार्ड: सच या सरकारी प्रोपैगैंडा

राजेश सचान, संयोजक युवा मंच उत्तर प्रदेश के श्रम मंत्रालय ने 2019 में सीएमआईई के उत्तर प्रदेश के बेरोजगारी के डेटा को स्वीकार किया था जिसमें 2018 में 5.92% से 2019 में
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

क्या टीबी भी कोरोना वायरस जितना ही संक्रामक है?

डॉ. भरत गोपाल, निदेशक, नेशनल चेस्ट सेंटर ग्लोबल कॉलीशन ऑफ टीबी एक्टिविस्ट्स (जीसीटीए) की नवीनतम रिपोर्ट- ‘इंपैक्ट ऑफ कोविड-19 ऑन द टीबी एपिडेमिक : ए कम्युनिटी पर्सपेक्टिव’ के अनुसार कॉरोना वायरस से
Tweet about this on TwitterShare on LinkedInEmail this to someoneShare on FacebookShare on Whatsapp

शाबानुल मुअज्जम- खैर व बरकत का महीना

मोहम्मद आरिफ नगरामी इस्लामी जंत्री के आठवे महीना को शाबानुलमुअज्जम कहते है। जिसका मुबारक आगाज आज से हो चुका है। रसूले करीम सल0 के इनशादे मुबारक के मुताबिक इस माहे मुअज्जम की