नवेद शिकोह सियासत किसी की नहीं होती, सबसे क़ीमती ज़िन्दगी की भी नहीं। सियासत का नशा बुद्धीजीवियों की भी बुद्धि भ्रष्ट कर देता है। हुकुमते हों या बड़े-बड़े राजनीतिक दल, बड़े-बड़े राजनेता
लखनऊ से तौसीफ़ क़ुरैशी राज्य मुख्यालय लखनऊ।किसान आंदोलन के सामने मजबूर नज़र आ रही हैं मोदी की भाजपा।2014 के लोकसभा चुनाव में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को आगे कर चुनाव में
मासूम मुरादाबादी पवित्र कुरान के खिलाफ एक अभिशापित विरोध ने इस्लामिक भारत की भावनाओं को बुरी तरह कमजोर कर दिया है । सबको पता है कुरान अल्लाह का शब्द है और दुनिया
बलिदान दिवस 23 मार्च पर विशेष दीवान सुशील पुरी जालियां वाला बाग हत्याकांड के बाद भगत सिंह ने रक्त से रंगी धरती पर कसम खाई थी कि ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आजादी
एस आर दारापुरी , राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट उत्तर प्रदेश में आदिवासियों (अनुसूचित जनजाति) की आबादी 11.35 लाख है जिनमें से 80% भूमिहीन हैं। इसी लिए आदिवासियों के सशक्तिकरण हेतु
राजेश सचान, संयोजक युवा मंच उत्तर प्रदेश के श्रम मंत्रालय ने 2019 में सीएमआईई के उत्तर प्रदेश के बेरोजगारी के डेटा को स्वीकार किया था जिसमें 2018 में 5.92% से 2019 में
डॉ. भरत गोपाल, निदेशक, नेशनल चेस्ट सेंटर ग्लोबल कॉलीशन ऑफ टीबी एक्टिविस्ट्स (जीसीटीए) की नवीनतम रिपोर्ट- ‘इंपैक्ट ऑफ कोविड-19 ऑन द टीबी एपिडेमिक : ए कम्युनिटी पर्सपेक्टिव’ के अनुसार कॉरोना वायरस से
मोहम्मद आरिफ नगरामी इस्लामी जंत्री के आठवे महीना को शाबानुलमुअज्जम कहते है। जिसका मुबारक आगाज आज से हो चुका है। रसूले करीम सल0 के इनशादे मुबारक के मुताबिक इस माहे मुअज्जम की
तौक़ीर सिद्दीकी वैसे तो चुनाव पांच राज्यों में हो रहे हैं मगर पूरे देश की निगाहें सिर्फ पश्चिम बंगाल पर केंद्रित हैं । मुकाबला बड़ा दिलचस्प और कांटे का है क्योंकि यहां