मोहम्मद आरिफ नगरामी मुसलमानों की आबादी के तअल्लुक से वक्त वक्त पर एक फितना खडा किया जाता रहा है कि मुसलमान चार चार शादियां रचा कर दर्जनों की तादाद में लडके पैदा
अखिलेन्द्र प्रताप सिंह देश अपने राजनीतिक व सांस्कृतिक जीवन के सबसे बुरे दौर में है। मोदी सरकार के केन्द्रीय सत्ता पर काबिज होने के साथ देश में गुणात्मक परिवर्तन शुरू हुए। आज
मो. आरिफ नगरामी उत्तर प्रदेश का एलेक्शन जैसे जैसे करीब आ रहा है वैसे वैसे वहां की सियासत नये नये रूप एख्तियार कर रही है। सियासी पार्टियों की जबर्दस्त तैयारियों के दरमियान
प्रोफेसर कुंडू यहां तक उत्तर प्रदेश सरकारी नौकरियों, सब्सिडी और दो से अधिक बच्चों वाले को स्थानीय चुनाव लड़ने के अधिकार से वंचित करने एवं अपनी आबादी को नियंत्रित करने के लिए
साधक राज कुमार लखनऊ के सोंधी टोला पिछले साल से सबकुछ होने के बाद भी सुना सुना लगता है। राजनीति क्षेत्र के कार्यकर्ताओं को बाबू जी की कमी खलती रहती है। आज़ादी
डॉक्टर मुहम्मद नजीब क़ासमी ईद उल-अजहा की नमाज: ईद उल-अजहा के दिन दो रकाअत नमाज़ जमाअत के साथ अदा करना वाजिब है। ईद उल-अजहा की नमाज़ का वक़्त सूरज के निकलने के
एस आर दारापुरी,राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट जैसाकि आप अवगत हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार उत्तर प्रदेश जनसंख्या नियंत्रण बिल लाई है जिसका मकसद जनसंख्या नियंत्रण करना कहा गया है। यह
… और यह एक मिथक है कि भारत में बहुविवाह प्रचलित है अपनी नवीनतम पुस्तक द पॉपुलेशन मिथ: इस्लाम, फैमिली प्लानिंग एंड पॉलिटिक्स इन इंडिया में, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी