प्रोफेसर कुंडू यहां तक उत्तर प्रदेश सरकारी नौकरियों, सब्सिडी और दो से अधिक बच्चों वाले को स्थानीय चुनाव लड़ने के अधिकार से वंचित करने एवं अपनी आबादी को नियंत्रित करने के लिए
साधक राज कुमार लखनऊ के सोंधी टोला पिछले साल से सबकुछ होने के बाद भी सुना सुना लगता है। राजनीति क्षेत्र के कार्यकर्ताओं को बाबू जी की कमी खलती रहती है। आज़ादी
डॉक्टर मुहम्मद नजीब क़ासमी ईद उल-अजहा की नमाज: ईद उल-अजहा के दिन दो रकाअत नमाज़ जमाअत के साथ अदा करना वाजिब है। ईद उल-अजहा की नमाज़ का वक़्त सूरज के निकलने के
एस आर दारापुरी,राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट जैसाकि आप अवगत हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार उत्तर प्रदेश जनसंख्या नियंत्रण बिल लाई है जिसका मकसद जनसंख्या नियंत्रण करना कहा गया है। यह
… और यह एक मिथक है कि भारत में बहुविवाह प्रचलित है अपनी नवीनतम पुस्तक द पॉपुलेशन मिथ: इस्लाम, फैमिली प्लानिंग एंड पॉलिटिक्स इन इंडिया में, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी
इंस्टेंटखबर ब्यूरोयूपी में चुनाव क्या नज़दीक आया अचानक आबादी के विस्फोट से सरकारे चिंतित हो उठीं। जनसँख्या कंट्रोल की बातें ज़ोर शोर से उठने लगी. पहले असम और अब यूपी। लेकिन यह
मोहम्मद आरिफ नगरामी हजरत इब्राहीम खलीलुल्लाह और उनके वफा शेआर फरजन्द, तस्लीम व रजा और सब्र व इस्तेकामत के पैकर हजरत इस्माईल अलै0 की जिन्दिगी इन्सानी तारीख में मुनफ़रिद और मुमताज मकाम
डॉक्टर मोहम्मद नजीब क़ासमी सम्भली इन दिनों कुछ लोगों की तरफ़ से क़ुरान व ह़दीस़ की शिक्षाओं की आत्मा के विपरीत (ख़िलाफ़) कहा जा रहा है कि ह़ज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम और ह़ज़रत
मो. आरिफ नगरामी देहली हाई कोर्ट की फाजिल खातून जज प्रतिभा सिंह ने मरकजी हुकूमत को यूनिफार्म सिविल कोड के नेफाज की तजवीज भेज कर इस्लामियाने हिन्द में कुछ देर के लिये