मोहम्मद आरिफ नगरामी मुहर्रमुल हराम इस्लामी साल का पहला महीना है। मुहर्रमुल हराम से हिजरी साल का आगाज होता है और जिल्हिज्जा पर हिजरी साल का एख्तेताम होता है। यह उन चार
मोहम्मद आरिफ़ नगरामी हज़रत उमर फारूके आज़म रज़ि अल्लाहु अन्हु हिजरत से नबवी सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम से चालीस बर्स पहले पैदा हुए। शबाब का आगाज हुआ तो शुरफाये अरब में रायज
मोहम्मद आरिफ़ नगरामी इस्लाम तमाम तर सरमाया उन्ही कमरी महीनों और हिजरी तारीख से ही वाबिस्ता है अरकाने इस्लाम हज व रोजे का हिसाब इसी इस्लामी कलंडर से किया जाता है ईद
( अंग्रेजी से हिन्दी अनुवाद: एस आर दारापूरी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट) जाकिया जाफरी मामले को खारिज करने में सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले पर नाराज होने का दावा करते
मोहम्मद आरिफ नगरामी ईदुल अजहा हजरत इस्माईल अलै, की जांनिसारी और जज़्बा तस्लीम व रज़ा की एक ऐसी अज़ीम यादगार है जो तारीखे इंसानी में कुरबानी की हकीकत और कुरबानी के मफहूम
मोहम्मद आरिफ नगरामी काबतुल्लाह शरीफ की छोटी सी चौकोर इमारत पहाडों के दामन में थी लेकिन चन्दं मीटर ऊंची यह इमारत अपने जलाल में आसमान की बलंदियों को छूती नजर आती थी।
एस आर दारापुरी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट हाल में मायावती ने एनडीए की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का यह कह कर समर्थन किया है कि उनकी पार्टी
तौक़ीर सिद्दीक़ी उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के परिणाम आ चुके हैं, रामपुर में जहाँ आजम खान की बादशाहत ख़त्म हो चुकी है वहीँ आज़मगढ़ में मिली हार