(आलेख : राम पुनियानी) भारत का स्वाधीनता संग्राम बहुलतावादी था और उसका लक्ष्य था धर्मनिरपेक्ष एवं प्रजातांत्रिक मूल्यों की स्थापना। यह हमारे संविधान की उद्देशिका से भी जाहिर है, जिसमें स्वतंत्रता, समानता
सैयद रिजवान मुस्तफा – 9452000001srm@gmail.com इस दुनिया में जब भी जुल्म और अत्याचार का अंधकार फैलता है,जो इंसानियत को कुचलने का प्रयास करते हैं। तब एक आवाज़ उठती है जो उन सभी
मेहरू जाफर (मूल अंग्रेजी से हिन्दी अनुवाद: एस आर दारापुरी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट) मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) एक उदास हाथी में तब्दील होने लगी है, जिसकी एक
(आलेख : सुभाष गाताडे) सत्य में अप्रत्याशित रूप से सामने आने की अद्भुत क्षमता होती है। ऐसा ही कुछ विवादास्पद ‘अग्निवीर योजना’ के साथ हुआ है — सेना में चार साल के
(आलेख : विजू कृष्णन, अनुवाद : संजय पराते) भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव कॉमरेड सीताराम येचुरी भारत में वामपंथ के सबसे चर्चित चेहरों में से एक रहे हैं। पिछले दशक
(आलेख : बादल सरोज) वह जुनैद या अख़लाक़ नहीं था। नासिर या मुमताज़ भी नहीं था। हालाँकि ऐसा होना कोई गुनाह नहीं है। उसका नाम आर्यन था, वह मिश्रा भी था। सिर्फ
(आलेख : राजेंद्र शर्मा) सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर रिहाई के बाद, आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपने पहले संबोधन में ही, अरविंद केजरीवाल ने उन्हें झंझोड़कर रख देने वाला एलान
(आलेख : सुचेता दलाल, अनुवाद : संजय पराते) दुनिया के पांचवें सबसे बड़े पूंजी बाजार को विनियमित करने वाले भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की ईमानदारी पर कड़ी नजर रखी जा
(आलेख : राजेंद्र शर्मा) उत्तर प्रदेश समेत, देश के विभिन्न राज्यों में और खासतौर पर भाजपा-शासित राज्यों में, ”बुलडोजर (अ)न्याय” की बढ़ती प्रवृत्ति पर, सुप्रीम कोर्ट की हाल की सख्त टिप्पणियों ने