-डॉ. सौरभ मालवीय गुजरात में भाजपा की प्रचंड विजय गुजरात की जनता की भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अटूट विश्वास की जीत है। यह उनके प्रति जनता के असीम स्नेह की
मोहम्मद आरिफ नगरामी तारीखे इन्सानी का दामन न जाने कितनी अहम ओैर अहदसाज शख्सियात से मुनव्वर है कि अगर कोई वक्फे-वक्फे से भी उनके कारहाय नुमायां को मुरत्तब करने लगे तो भी
मोहम्मद आरिफ नगरामी रोजनामा अपना अखबार के साबिक चीफ एडिटर, मुल्क के आलमी शोहरयतयाफ्ता सद एहतेराम सहाफी, बेहद शानदार और नफीस इंसान मोहतरम हफीज नोमानी साहब को इस दुनिया से रूख्सत हुये
ह्रदय नारायण दीक्षित विवाह और सहजीवन – लिव इन पर चर्चा हो रही है। वह भी विवाह पर कम और सहजीवन पर ज्यादा। वैसे विवाह में सहजीवन होता है। विवाह रहित कोरा
-एस. आर. दारापुरी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट (बाबासाहेब के परिनिर्वाण दिवस पर विशेष) डॉ. आंबेडकर दलित राजनीति के जनक माने जाते हैं क्योंकि उन्होंने ही सब से पहले दलितों के
-एस.आर. दारापुरी राष्ट्रीय अध्यक्ष, आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट 2015 में संसद में संविधान दिवस पर बोलते हुए भाजपा के प्रतिनिधि राजनाथ सिंह ने फिर दोहराया था कि संविधान में सेक्युलर शब्द का
पीटर रोनाल्ड डिसूजा (मूल अंग्रेजी से हिन्दी अनुवाद: एस आर दारापुरी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट) मनरेगा जैसे सरल नीतिगत उपायों से गरीबी से निपटा जा सकता है, जो इस फैसले
सेड्रिक प्रकाश (मूल अंग्रेजी से हिन्दी अनुवाद: एस आर दारा पुरी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट) NDTV के लोकप्रिय टीवी एंकर श्रीनिवासन जैन ने भारत के संविधान और इस प्रकार भारत
गीता दर्शन ग्रंथ है। इसका प्रारम्भ विषाद से होता है और समापन प्रसाद से। विषाद पहले अध्याय में है और प्रसाद अंतिम में। अर्जुन गीता समझने का प्रभाव बताते हैं, “नष्टो मोहः
क्रिस्टोफ़ जाफ़रलोट द्वारा लिखित (अंग्रेजी से हिन्दी अनुवाद: एस आर दारापुरी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट)(यादवों का मंडल-उत्थान चुनावी क्षेत्र तक ही सीमित था; इससे उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति पर अधिक प्रभाव