Share दिल्ली मेट्रो का सफलताओं से विफलताओं तक का एक सुहाना सा सफर लेख तरुणा नेगी जब किसी सफर की शुरूआत होती है फिर उसमें दो पड़ाव यानी की बुरा समय और अच्छा समय का पल रहना स्वाभाविक ही रहता है.... अक्टूबर 14, 2015 9:40 0
Share नव बौद्ध हिन्दू दलितों से बहुत आगे लेख -डॉ. शूरा दारापुरी* (14 अक्टूबर को दीक्षा दिवस पर विशेष) डॉ. बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर ने 31 मई , 1936 को दादर (बम्बई )... अक्टूबर 13, 2015 7:45 0
Share क्या आरक्षण पर पुनर्विचार अथवा उसका आधार बदलने की ज़रुरत है? लेख -एस.आर. दारापुरी राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान मायावती ने एक बार फिर सवर्ण... अक्टूबर 12, 2015 5:53 0
Share खाद्य सुरक्षा और सार्वजनिक वितरण प्रणाली लेख खाद्य सुरक्षा का अर्थ है सभी व्यक्तियों को सभी समयों पर पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न् (भोजन) उपलब्ध कराना ताकि वे सक्रिय एवं... अक्टूबर 10, 2015 13:15 0
Share तेरा धर्म और मेरा धर्म के बीच खोटी होती मानवता लेख समय अब वाकई बदल गया है. लोग अब हैवानियत में बदलते हुए दिखाई दे रहे है. उनमें न समझने की शाक्ति है और न क्षमता, बस भेड़चाल में... अक्टूबर 1, 2015 14:15 0
Share आदमी से ज़्यादा कीमती है यहाँ जानवर की जान लेख ईशा भाटिया घर में बीफ होने के चलते एक व्यक्ति की जान गयी, ईशा भाटिया पूछ रही हैं कि ये कौन सा समाज है, जहां जानवर की जान आदमी... अक्टूबर 1, 2015 5:52 0
Share नेताओं की लव लाइफ की पोल खोलती खबरें लेख तरुणा नेगी जब एक लड़का और लड़की प्रेम करते है तब वे दोनों एक रिश्ता में बंध जाते हैं. जिसमें जिम्मेदारी, कर्तव्य, प्रेम, साथ... सितम्बर 29, 2015 8:03 0
Share खुसरो अमीर के बलि बलि जायें लेख परियों, तितली, राजा-रानी की कथाएँ कभी पुरानी होती है क्या-कभी नहीं जब सुनो तब नई। एक जमाने में बुझोपुर में एक राजा था।... सितम्बर 28, 2015 9:06 0
Share बर्लिन के अदबी क्लब में आरिफ नकवी के साथ एक शाम लेख बर्लिन: उर्दू भाषा की सुन्दरता और मिठास को गैर उर्दूदां हलकों में भी कितना पसंद किया जाता है इसका सबूत मुझे एक बार फिर इस... सितम्बर 28, 2015 8:41 0
Share अमेरिका से इतना भी क्या दबना लेख मोदी की अमेरिका यात्रा संजय श्रीवास्तव तमाम आर्थिक परेशानियों का हवाला देने वाली सरकार ने अमेरिकी दबाव में, अमेरिकी उपेक्षा... सितम्बर 25, 2015 15:24 0