बुमराह ने बताया क्यों हारे सिडनी
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पांचवां और आखिरी मुकाबला सिडनी में खेला गया। इस मैच को ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट से जीतकर न सिर्फ सीरीज पर कब्जा किया बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी अपनी जगह बना ली है। ये पहली बार है जब टीम इंडिया डब्ल्यूटीसी का फाइनल नहीं खेलेगी। सिडनी टेस्ट से रोहित शर्मा बाहर थे, जिसके बाद जसप्रीत बुमराह को कप्तानी करते हुए देखा गया। वहीं अब आखिरी मुकाबले में मिली हार के बाद कप्तान बुमराह का बड़ा बयान सामने आया है।
सिडनी टेस्ट में टीम इंडिया को मिली 6 विकेट से हार के बाद कप्तान जसप्रीत बुमराह ने कहा कि “थोड़ी निराशा होती है लेकिन कभी-कभी आपको अपने शरीर का सम्मान करना पड़ता है, आप अपने शरीर से नहीं लड़ सकते। पहली पारी में अपने दूसरे स्पैल के दौरान मुझे थोड़ी असुविधा महसूस हुई। अन्य गेंदबाजों ने पहली पारी में अच्छा प्रदर्शन किया। एक गेंदबाज कम होने पर दूसरों को जिम्मेदारी लेनी पड़ी।”
आगे बुमराह ने कहा “सीरीज में कड़ी टक्कर देखने को मिली। हम आज भी खेल में थे, ऐसा नहीं कि हम इससे बाहर थे, टेस्ट क्रिकेट इसी तरह चलता है। लंबे समय तक खेल में बने रहना, दबाव बनाना, दबाव झेलना और स्थिति के अनुसार खेलना सभी महत्वपूर्ण हैं। आपको परिस्थितियों के अनुरूप ढलना होगा और ये सीख भविष्य में हमारी मदद करेगी। युवाओं ने काफी अनुभव हासिल कर लिया है, वे और मजबूत होते जाएंगे। हमने दिखाया है कि हमारे समूह में बहुत प्रतिभा है।”
इस पूरी सीरीज में जसप्रीत बुमराह ने अपनी शानदार गेंदबाजी से काफी ज्यादा प्रभावित किया। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने भी बुमराह की गेंदबाजी का लोहा माना। बुमराह ने इस बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट चटकाए। भले ही बुमराह सिडनी टेस्ट की दूसरी पारी में गेंदबाजी न कर पाए हो लेकिन इस सीरीज में उन्होंने 32 विकेट चटकाए। इस शानदार प्रदर्शन के लिए बुमराह को प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुना गया।