नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने शोएब मलिक को लेकर ऐसा बयान दिया है जिसकी वजह से वह सुर्खियों में आ गए हैं। दरअसल शाहिद अफरीदी ने कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेना चाहते थे क्योंकि टीम के अंदर राजनीति चल रही थी और शोएब मलिक को 2009 में टीम का कप्तान बना दिया गया था। शाहिद अफरीदी ने कहा कि हालांकि हमने 2009 में टी-20 विश्वकप जीत लिया था लेकिन टीम के अंदर भावना उतनी अच्छी नहीं थी, टीम के अंदर काफी कुछ चल रहा था।

शाहिद अफरीदी ने कहा कि जब शोएब मलिक को टीम का कप्तान बनाया गया तो मैंने फैसला लिया था कि मैं अब क्रिकेट नहीं खेलूंगा क्योंकि टीम के भीतर काफी राजनीति चल रही थी। इसके अलावा अफरीदी ने ड्रेसिंग रूम के विवादित किस्सों को लेकर भी चुप्पी तोड़ी है। दरअसल जब शोएब अख्तर और मोहम्मद आसिफ बल्लेबाज करने के लिए जा रहे थे उस वक्त ड्रेसिंग रूम में विवाद हुआ था और इस घटना को शोएब अख्तार ने अपनी आत्मकथा में बताया है।

शोएब अख्तर ने अपनी आत्मकथा में आरोप लगाया है कि अफरीदी उस स्थिति को और भड़का रहे थे, मैंने दोनों पर बल्ला घुमाया था। अफरीदी मेरे बैट से बच गए लेकिन आसिफ बच नहीं पाता और बैट उसकी जांघ पर लग गई और वह गिर गया। मैं समझ नहीं पाया ये मैंने क्या किया, मैंने इस तरह का बर्ताव कभी नहीं किया था, खासकर कि ड्रेसिंग रूम में। लेकिन शाहिद अफरीदी का कहना है कि आसिफ ने अख्तर के साथ मजाक किया था, जिसकी वजह से शोएब नाराज हो गए थे।

शाहिद अफरीदी ने अपने क्रिकेट के शौक के बारे में कहा कि जब मैं अंडर-14 और अंडर-18 के लिए चयनित हुआ तो मैं अपनी किट पर ही सोया करता था, मैं यह सोचता था कि अगले दिन मैच के लिए देर ना हो। उस वक्त सोशल मीडिया नहीं था, डॉन और जंग में छपी तस्वीर को लोगों ने मेरे पिता को दिखाया और कहा कि आपका लड़का कुछ अच्छा कर रहा है।