बोर्ड बड़ा या विराट
तौक़ीर सिद्दीक़ी
क्रिकेट का इतिहास इस बात का गवाह है कि जब जब किसी खिलाड़ी ने अपने बोर्ड से बड़ा होने की कोशिश की, उसके पर कतरने में बोर्ड ने देरी नहीं लगाईं। आज हम आप से बात करने जा रहे हैं BCCI बनाम विराट कोहली की जिनके बीच कप्तानी को लेकर विवाद बना हुआ है।
बात को शुरू करने से पहले एक नज़र कोहली के उन विराट कारनामों के बारे पर डालूँगा जो उन्होंने पिछले साढ़े चार सालों में अंजाम दिए हैं. आपको याद ही होगा कि 2017 में एमएस धोनी ने वनडे टीम की कमान विराट कोहली के हाथों में दी थी, बिलकुल वैसे ही जैसे विराट ने टी 20 की कप्तानी रोहित शर्मा को सौंपी .
आइये जानते हैं कि विराट कोहली ने वनडे में अपनी कप्तानी के दौरान क्या क्या कारनामे अंजाम दिए. विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने 95 में से 65 मैच जीते और 27 में टीम को हार मिली. जीत का प्रतिशत देखें तो 68 फीसदी के साथ वह भारतीय क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ कप्तान हैं.
इसके लावा जीत प्रतिशत के मामले में विराट कोहली दुनिया में चौथे नंबर पर हैं. वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान क्लाइव लॉयड ने 77.71 फीसदी मैच जीते थे जबकि रिकी पॉन्टिंग 76.14 फीसदी के साथ दूसरे नंबर पर हैं. दक्षिण अफ्रीका के हैंसी क्रोनिये ने 73.70 प्रतिशत से मैच जीते थे.
विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने 19 में से 15 बाइलेट्रल सीरीज जीतीं. भारत की धरती पर कोहली ने 9 में से 8 बाइलेट्रल सीरीज अपने नाम की. बतौर वनडे कप्तान विराट कोहली ने भारत को ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से वनडे सीरीज जिताई. साउथ अफ्रीका में टीम इंडिया को 5-1 की जीत दिलाई. वेस्टइंडीज में भारत ने 3-1 से वनडे सीरीज जीती. न्यूजीलैंड, श्रीलंका और जिम्बाब्वे में भी विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने वनडे सीरीज जीती.
बतौर कप्तान विराट कोहली का एक बल्लेबाज़ के रूप में भी वनडे रिकॉर्ड कमाल का रहा है. विराट कोहली ने 95 मैचों में 72.65 की बेमिसाल औसत से 5449 रन बनाए जिसमें 21 शतक और 27 अर्धशतक शामिल हैं. बतौर वनडे कप्तान सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में वह दूसरे नंबर पर हैं. उनसे ज़्यादा 22 वनडे शतक ऑस्ट्रेलिया के रिकी पॉन्टिंग ने लगाए हैं. यह रिकॉर्ड भी टूट चूका होता, मगर कुछ समय से कोहली के बल्ले से शतक निकलना बंद हो गए हैं.
यह तो भूतकाल की बात हो गयी, अब वर्तमान की बात करें तो कल BCCI ने विराट कोहली से वनडे की कप्तानी छीनकर रोहित शर्मा को सौंप दी है. कामयाबियों की नई ऊंचाइयां छूने वाले विराट कोहली और बोर्ड के बीच टशन तो काफी दिनों से चल रही थी और शायद यह उसी टशन का नतीजा था कि कोहली ने खुद ही टी 20 की कप्तानी छोड़ने की बात कही थी. विश्व कप के बाद कोहली ने कप्तानी छोड़ भी थी मगर बोर्ड शायद इतने से संतुष्ट नहीं था, उसे मौके का इंतज़ार था और टी 20 विश्व कप में उसे यह मौक़ा मिल गया. पाकिस्तान से हार के बाद बाद यह तय हो गया था कि अब सिर्फ वनडे कप्तानी ही नहीं, विराट से और भी बहुत कुछ छीना जाने वाला है.
और ऐसा ही हुआ, विराट को 48 घंटे में वनडे की कप्तानी छोड़ने का अल्टीमेटम देने के बाद बोर्ड ने उन्हें सफ़ेद गेंद की कप्तानी से पूरी तरह हटा दिया। यक़ीनन विराट के लिए यह बहुत बड़ा झटका है, टी 20 की कप्तानी छोड़ने की घोषणा करते समय विराट ने यह साफ़ कर दिया था कि वह वनडे और टेस्ट में कप्तानी करते रहेंगे लेकिन क्रिकेट बोर्ड ने ऐसा नहीं होने दिया। बोर्ड ने विराट के उस सपने को भी चकनाचूर कर दिया जो उन्होंने 2023 में होने वाले ICC विश्व कप को जीतने का देखा था.
अब यह दीवार पर लिखी इबारत की तरह साफ़ दिख रहा है कि विराट कोहली BCCI की गुड बुक में नहीं हैं. विराट की जगह अब रोहित शर्मा उस स्थान पर काबिज़ हो गए हैं. सफ़ेद गेंद की कप्तानी छीनने के बाद बोर्ड ने रोहित शर्मा को टेस्ट का उपकप्तान बनाकर यह संकेत भी दे दिया है कि विराट ने अगर बोर्ड से ऊंचा उठने की कोशिश की तो लाल गेंद की कप्तानी को भी खतरा हो सकता है. क्रिकेट बोर्ड के लिए इस बात के कोई मायने नहीं होते कि आपने कितनी कामयाबियां दिलाई। आप चाहे जितना कामयाब हों, आपके रिकॉर्ड कितने ही ऊंचे हों मगर आपको रहना हमारे नीचे ही है, उड़ोगे तो पर काट दिए जायेंगे।