काली मिर्च की चाय में हैं कई बीमारियों के उपाय
काली मिर्च हमारी सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद है। खांसी हो या फिर तेज़ बुखार, काली मिर्च का सेवन काढ़े के रूप में कई तरह से किया जाता है। लेकिन अगर काली मिर्च की चाय नियमित सेवन शुरू कर दें तो कई बीमरियों से आपको छुटकारा मिल सकता, लाभ मिल सकता, आराम मिल सकता है। मानसून में यदि आप बारिश में भीग जाएं तो तुरंत इस चाय के सेवन से कई बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
काली मिर्च की चाय जमे हुए म्यूकस को पिघलाकर नाक या मुंह के रास्ते बाहर निकालने में और सीने में जकड़न जैसी समस्या से निजात दिलाने में मदद करती है। आइये जानें जुकाम के लिए काली मिर्च की चाय कैसे बनाएं
- एक गिलास उबलते पानी में 1/2 चम्मच काली मिर्च पाउडर डालें और इसे ढककर 15 मिनट तक पकने दें।
- इसे 15 मिनट बाद कप में छान लें और उसमें शहद मिलाकर इसका सेवन करें।
- सर्वोत्तम परिणामों के लिए, आप दिन में तीन बार इस चाय का सेवन करें।
- ये चाय साइनस की समस्या से भी छुटकारा दिलाने में मदद करती है।
काली मिर्च में मौजूद पिपरीन नामक तत्व रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी कि इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाने में मदद करता है। इससे काफी हद तक बीमारियों का खतरा काम हो जाता है। काली मिर्च के साथ अदरक को मिलाकर तैयार की गई चाय विशेष रूप से रोगों से लड़ने में मदद करती है। अदरक में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिक आपके शरीर में मौजूद रोगजनकों और फ्री रेडिकल्स से लड़ने के लिए जाने जाते हैं और इसका काली मिर्च के साथ संयोजन शरीर के लिए मुख्य रूप से लाभदायक है।
इम्यूनिटी स्ट्रांग करने के लिए काली मिर्च की चाय बनाने का तरीका
- एक सॉस पैन में पानी में 1 /2 चम्मच ग्रीन टी पाउडर डालें।
- इसे थोड़ी देर के लिए उबलने दें और इसमें ½ छोटा चम्मच काली मिर्च पाउडर, एक चुटकी सूखी अदरक या सोंठ पाउडर डालकर उबालें।
- एक बार जब यह अच्छी तरह से उबल जाए, तो आप चाय को छान लें और यदि आवश्यकता हो तो उसमें शहद मिलाकर इसका सेवन करें।
- अस्थमा को कम करती है काली मिर्च की चाय
- अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए काली मिर्च की चाय बेहद फायदेमंद है। ये सांस लेने की क्षमता में सुधार करने के साथ अस्थमा की समस्या को कम करने में मदद करती है। डाइट और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स ग्रीन टी में कुछ मात्रा में काली मिर्च का पाउडर मिलाकर चाय की तरह पीने की सलाह देते हैं या काली मिर्च को काढ़े की तरह उबालकर तैयार की गई चाय को डाइट में शामिल करने का सुझाव देते हैं।
काली मिर्च में पिपरीन नाम का तत्व लोगों के चयापचय दर और पाचन में सुधार करने के लिए जाना जाता है। पिपेरिन यौगिक शरीर में वसा के संचय को कम करने में मदद करता है। काली मिर्च की चाय को अपनी नियमित डाइट में शामिल करके काफी हद तक वजन कम किया जा सकता है। ये चाय, पाचन तंत्र को सुचारू बनाकर शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करती है जिससे शरीर का वजन नियंत्रित रहता है।
वजन कम करने के लिए काली मिर्च की चाय कैसे बनाएं
- एक सॉस पैन में पानी डालें और उबाल आने दें।
- पैन में 1/2 छोटा चम्मच काली मिर्च पाउडर, 1 छोटा चम्मच कटा हुआ अदरक डालकर धीमी आंच पर पकाएं।
- 3-5 मिनट के बाद इसे छान लें और इसमें 1/2 चम्मच नींबू का रस और 1/2 चम्मच शहद डालकर इसका सेवन करें।
- इस चाय के एक महीने तक सेवन करने से आपको बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे।
- उपर्युक्त सभी कारणों से काली मिर्च की चाय आपकी सेहत के लिए मुख्य रूप से लाभकारी साबित हो सकती है। लेकिन इसे डाइट में शामिल करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना न भूलें।