प्रियंका गाँधी की बढ़ती लोकप्रियता से बौखला गए हैं भाजपा नेता: अशोक सिंह
लखनऊ ब्यूरो
उत्तर प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के संयोजक व प्रवक्ता अशोक सिंह प्रदेश सरकार के मंत्री सुरेश खन्ना द्वारा दिये गए बयान की निंदा करते हुए कहा कि निर्लज्जता, कुशासन, जनकल्याण के मुद्दों को दरकिनार कर विभाजनकारी जहरीली राजनीति करने वालों को छोटा मुंह बड़ी बात नही करना चाहिये। उंन्होने कहा कि भाजपा और उसकी सरकारों सहित उसके नेताओ व मंत्रियों को जनता ने गम्भीरता से लेना बंद कर दिया है। इसी बौखलाहट और गुस्से में वह जननेता के रूप में स्वीकार्य हमारी नेता प्रियंका गांधी पर अनर्गल बयानबाजी करने को विवश है। मंत्री खन्ना के बयान से स्प्ष्ट हो चुका है कि भाजपा प्रियंका गांधी की चुनौती का सामना करने में अपने को असमर्थ समझ चुकी है।
अशोक सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश प्रियंका वाड्रा को बहुत गम्भीरता से ले रहा है, भाजपा नेताओं और मंत्रियों को अपनी फिक्र करने की सलाह देते हुए कहा कि कुशासन क्रूरता के साथ सत्ता चलाने और विकास को बाधित करने की आदी भाजपा ने मिले जनादेश का अपमान किया। इसी कारण से उसके प्रति जनता में आक्रोश और प्रियंका जी मे विश्वास अटूट हुआ है, कांग्रेस अपने किये गये वादों पर कायम रहकर वचनों को निभाना जानती है। भाजपा की विश्वसनीयता व आधार समाप्त हो चुका है, उंन्होने कहा कि बहानेबाजी झूठ के पुल बनाने से जनकल्याण नही हो सकता है। भाजपा का सच बच्चे- बच्चे को पता है, उसके कारण ही देश के भविष्य के समक्ष चुनौतियों का अंबार लग चुका है और उत्पन्न चुनौतियों से कांग्रेस ही बाहर निकलने की क्षमता रखती है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने काँग्रेस शासित राज्यां पर मंत्री द्वारा लगाए गए आरोपां का जवाब देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़, पंजाब, राजस्थान की कांग्रेस सरकारें जनसरोकार से जुड़कर काम कर रहीं है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार डेढ़ लाख मीट्रिक टन धान किसानों से 2500 रुपया प्रति क्विंटल पिछले वर्ष से बिना कटौती खरीद रही है। ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधाएं, बुनियादी संसाधनों के साथ वृद्धों के सम्मान, श्रमिको को अन्नदान, श्रमिक कल्याण के लिये लगातार काम कर रही है। कांग्रेस सरकारां में न्याय नही कुचला गया, यही कारण है कि छत्तीसगढ़, पंजाब व राजस्थान में सरकार के विरुद्ध भाजपा कोई आंदोलन खड़ा नहीं कर पा रही है। भाजपा को छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के मॉडल से कुछ सीखना चाहिये न कि अनर्गल बयानबाजी करें।