भाजपा को सत्ता के दंभ का मोतियाबिंद हो गया है: अखिलेश यादव
लखीमपुर पहुंचे अखिलेश, मृतक किसानों और पत्रकार के परिजनों को बंधाया ढाढस, किये कई वादे
तौक़ीर सिद्दीक़ी
लखीमपुर में हुई हिंसा का मामला अब सियासी रंग लेता जा रहा है. मुआवज़े और नौकरी देने के एलानों का दौर जारी है. कल कांग्रेस नेता राहुल गाँधी और प्रियंका वाड्रा ने मृतक किसानों और पत्रकार के परिजनों से मुलाकात की, वहीँ आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखीमपुर जाकर मृतक किसान लवप्रीत के घरवालों से संवेदना प्रकट की, उसके बाद निघासन जाकर पत्रकार रमन कश्यप के परिजनों से भी मुलाकात की और हर संभव सहायता देने का वादा किया। अखिलेश यादव ने कहा कि इस मामले की जांच सिटिंग जज की मॉनिटरिंग में होना चाहिए.
सपा प्रमुख ने कहा कि घटना में मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का बेटा इस मामले में मुख्य आरोपी है ऐसे में जब तक उनका इस्तीफ़ा नहीं होता इस मामले की निष्पक्ष जांच नामुमकिन है. अखिलेश यादव ने साथ ही एकबार फिर दो करोड़ रूपये मुआवज़ा देने की मांग दोहराई, अखिलेश ने कहा कि अगर मौजूदा सरकार मुआवज़ा नहीं दे पाती तो सरकार बनने पर हमारी सरकार अपना वादा पूरा करेगी।
अखिलेश ने कहा, ‘लखीमपुर हत्याकांड’ में नये वीडियो साक्ष्यों के बावजूद भी भाजपा सरकार को कुछ नज़र नहीं आ रहा है। भाजपा को सत्ता के दंभ का मोतियाबिंद हो गया है। भाजपा सरकार में दिल्ली से लेकर लखनऊ तक की ये निष्क्रियता स्वयं में आपराधिक है।
लखीमपुर निकलने से पहले अखिलेश ने आरोप लगाया कि लखीमपुर मामले में नामजद आरोपियों को जेल नहीं भेजा जा रहा है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में गृह राज्य मंत्री के खिलाफ उंगलियां उठ रही हैं। अपने आवास के बाहर संवाददाताओं से कहा, ”भाजपा सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री (अजय मिश्रा) की ओर उंगली उठ रही है, इसलिए लखीमपुर मामले के आरोपियों को जेल नहीं भेजा जा रहा है।”
उन्होंने कहा, ‘‘जिन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज है उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए। सरकार को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और मामले की जांच उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश की निगरानी में की जानी चाहिए। चूंकि आरोपी गृह राज्य मंत्री के बेटे हैं, इसलिए अभी तक कार्रवाई नहीं की गई है।”
उन्होंने कहा, “क्या आपको लगता है कि जब तक वह (आरोपी के पिता) केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हैं, तब तक किसानों को न्याय मिल सकेगा?” भाजपा के इस आरोप के बारे में पूछे जाने पर कि विपक्ष इस मामले पर राजनीति कर रहा है, उन्होंने कहा, “भाजपा राजनीति कर रही है और यह एक होशियार पार्टी है। हम जानना चाहते हैं कि कानपुर के मनीष गुप्ता मामले में क्या किया गया? दोषी पुलिसकर्मी अभी भी फरार हैं।”
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव गुरुवार दोपहर 12 बजे लखीमपुर खीरी पहुंचे। अखिलेश के काफिले के साथ जा रहे स्थानीय नेताओं को पुलिस ने एलआरपी चौराहे पर ही रोक लिया। इसको लेकर स्थानीय नेताओं की पुलिस से जमकर नोंकझोंक भी हुई पर पुलिस ने किसी को आगे नहीं जाने दिया।