लखनऊ
अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने लखनऊ पुलिस पर कांग्रेस नेता द्वारा लगाए गए तिरंगे के खिलाफ़ आरएसएस की टिप्पणी वाले पोस्टर फाड़ने का आरोप लगाया है.

गौरतलब है कि युवा कांग्रेस नेता नितांत सिंह नितिन ने हज़रतगंज, 1090 चौराहा, मॉल एवेन्यू समेत कई प्रमुख जगहों पर आरएसएस नेता गोलवलकर की तिरंगे पर की गयी गलत टिप्पणी और उस पर सरदार पटेल की टिप्पणी वाले पोस्टर लगाए थे.

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यह ऐतिहासिक तथ्य है कि आरएसएस नेता गोलवलकर ने अपनी किताब ‘बन्च ऑफ़ थोट्स’ में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे पर अपमानजनक टिप्पणी करते हुए उसमें तीन रंगों के होने को अपशकुन बताया था. जिसके खिलाफ़ तत्कालीन गृहमंत्री सरदार पटेल ने कहा था कि जिन्हें यह तक नहीं पता कि हिंदू धर्म में मुख्य रूप से तीन देवता ब्रह्मा, विष्णु और महेश हैं उनकी हिंदू धर्म की समझ संदिग्ध है.

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मोदी सरकार और भाजपा हर घर तिरंगे का अभियान चलाकर अपने तिरंगा विरोधी इतिहास को नहीं छुपा सकते. उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस को राष्ट्रध्वज पर गोलवलकर की टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए न की सच्चाई उजागर करने वाले पोस्टर फाड़ने चाहिए.

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की राजधानी में अपराधियों के हौसले इसलिए भी बढ़ गए हैं की योगी सरकार ने पुलिस को आरएसएस का इतिहास छुपाने के काम में लगा रखा है.