बिहार: अजीत शर्मा बने CLP लीडर, आफाक आलम डिप्टी
पटनाः छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पटना में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। अजीत शर्मा नेता और आफाक आलम डिप्टी सीएलपी लीडर बनाए गए हैं।
भूपेश बघेल ने कहा कि विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया कि हाईकमान बिहार कांग्रेस विधायक दल (CLP) का नेता घोषित करे। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से अनुमति लेकर अजीत शर्मा कांग्रेस विधायक दल (CLP) के नेता नियुक्त किए गए हैं।
बिहार में पिछली बार नीतीश कुमार, राजद और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़े थे और डेढ़ साल बाद सरकार बदल गई। अभी जो नतीजे आए हैं उसमें न किसी को हराया है, न किसी को जिताया है। इसलिए किसी भी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
बिहार कांग्रेस विधायक दल (CLP) के नेता नियुक्त होने पर अजीत शर्मा ने कहा कि मैं सोनिया गांधी जी को और राहुल गांधी जी को धन्यवाद देता हूं। मैं बिहार की जनता के लिए विकास का काम करूंगा। मैं सदन में कांग्रेस को आगे बढ़ाने का काम करूंगा।
पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने यह भी कहा कि बिहार का जनादेश नीतीश के पक्ष में नहीं है और दोनों गठबंधनों के बीच मतों का अंतर बहुत ही मामूली है। उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ जनादेश तो मुख्यमंत्री के पक्ष में नहीं है। यह बात सही है कि दोनों गठबंधनों के बीच बहुत ही मामूली अंतर है। हमें और बेहतर करना चाहिए था।’’
एक सवाल के जवाब में रमेश ने कहा, ‘‘मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि बिहार के लोगों ने रोजगार, पलायन और महागठबंधन की ओर से उठाए गए अन्य मुद्दों को नकारा है।’’ चिदंबरम ने कहा, ‘‘हम बिहार में अपने प्रदर्शन से निराश हैं। मुझे भरोसा है कि सीडब्ल्यूसी इसकी समीक्षा करेगी और बयान जारी करेगी।’’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘‘बिहार एक गरीब राज्य है। नीतीश कुमार 2005 से मुख्यमंत्री हैं। बिहार में चुनाव नतीजे बताते हैं कि जनादेश बदलाव के बहुत करीब आया। हम जनादेश को स्वीकार करते हैं। ’’ गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में राजग 125 सीटें हासिल करके एक बार फिर से सरकार बनाने जा रहा है। राजद की अगुवाई वाले महागठबंधन को 110 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। इस गठबंधन में 70 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस को सिर्फ 19 सीटों पर जीत मिली।