दिल्ली:
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान आज कश्मीर में राहुल गाँधी की सुरक्षा में ज़बरदस्त प्रशासनिक लापरवाई दिखी। यात्रा के डी क्षेत्र को संभालने वाले पुलिस जवान अचानक वहां से लापता हो गए और राहुल को देखने लिए उम्मीद से ज़्यादा भीड़ उनके काफी करीब पहुँच गयी. राहुल के साथ चल रहे उमर फ़ारूक़ और दूसरे VIP भी धक्कामुक्की का शिकार हुए, इसके राहुल गाँधी की सिक्योरिटी टीम ने उन्हें आगे यात्रा करने से मना कर दिया और उन्हें वहाँ में बिठाकर ले गए. बाद में राहुल गाँधी ने पत्रकार वार्ता में आकर जम्मू कश्मीर प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था में की गयी लापरवाई के बारे में पूरी जानकारी दी और कहा कि वो उम्मीद करते हैं कि अगले दो दिनों में यात्रा के दौरान ऐसी लापरवाई नहीं होगी।

प्रेस कांफ्रेंस में राहुल ने बताया कि आज यात्रा के दौरान पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो गई. टनल से निकलने के बाद पुलिसकर्मी नहीं दिखे. मेरे सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि हम और नहीं चल सकते. मुझे अपनी यात्रा रोकनी पड़ी. बाकी लोग यात्रा कर रहे थे. भीड़ को काबू करना प्रशासन की जिम्मेदारी है. इससे पहले कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट कर बताया, “यहां संबंधित एजेंसियों ने सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया है. पिछले 15 मिनट से यहां भारत जोड़ो यात्रा के साथ कोई सुरक्षा अधिकारी नहीं है. यह एक गंभीर चूक है. राहुल गांधी और अन्य यात्री बिना किसी सुरक्षा के नहीं चल सकते.”

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि काजीगुंड पहुंचने के बाद, राहुल गांधी योजना के अनुसार दक्षिण कश्मीर में वेसु की ओर चलने लगे, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अचानक पाया कि सुरक्षा का बाहरी घेरा (जिसे जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा प्रबंधित किया जाना था) गायब हो गया था.

इससे पहले, ‘भारत जोड़ो यात्रा’ आज सुबह जम्मू-कश्मीर के बनिहाल से आगे बढ़ी. इस दौरान, बड़ी संख्या में तिरंगा थामे कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता राहुल के साथ पदयात्रा करते नजर आए. बनिहाल में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला भी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए. राहुल की तरह सफेद टी-शर्ट पहने उमर ने कांग्रेस पार्टी के हजारों समर्थकों के साथ राहुल के साथ पदयात्रा में हिस्सा लिया.