भोपाल:
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में वल्लभ भवन के सामने स्थित सतपुड़ा भवन में सोमवार शाम भीषण आग लग गई. बताया जा रहा है कि शुरुआत में आग तीसरी मंजिल पर लगी, जो बढ़कर छठी मंजिल तक पहुंच गई. आग कितनी भीषण है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बिल्डिंग में उठती लपटें छठी मंजिल तक पहुंच गई हैं.

आपको बता दें कि इसकी शुरुआत तीसरी मंजिल स्थित आदिवासी क्षेत्रीय विकास परियोजना के कार्यालय से हुई, जो चौथी मंजिल पर स्वास्थ्य निदेशालय के कार्यालय होते हुए छठी मंजिल तक पहुंच गया है. आग लगने के बाद पूरी सतपुड़ा बिल्डिंग को खाली करा लिया गया था. हजारों की संख्या में कर्मचारी बिल्डिंग के बाहर जमा हो गए हैं।

कांग्रेस ने इस घटना में साजिश की आशंका जताई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव ने ट्वीट किया, ”आज जब जबलपुर में ”विजय शंखनाद रैली” में प्रियंका गांधी ने घोटालों पर प्रहार किया तो सतपुड़ा भवन में भीषण आग लग गयी, जिसमें महत्वपूर्ण फाइलें जलकर राख हो गयीं. आग कहीं घोटालों के दस्तावेज जलाने की साजिश तो नहीं यह आग मप्र में बदलाव का संकेत दे रही है।

बताया जा रहा है कि जिस सतपुड़ा बिल्डिंग में आग लगी, वहां तीन आईएएस अधिकारी बैठते हैं। तीसरी मंजिल पर आदिवासी क्षेत्रीय विकास योजना के निदेशक, 5वीं मंजिल पर स्वास्थ्य निदेशक और 6वीं मंजिल पर स्वास्थ्य आयुक्त बैठते हैं। सतपुड़ा भवन में अग्निशमन यंत्र नहीं होने को लेकर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं।